भारत ने यूएई को पारस्परिक क्षेत्र घोषित किया
- हाल ही में, विधि और न्याय मंत्रलय ने एक आदेश जारी करके संयुक्त अरब अमीरात को नागरिक प्रक्रिया संहिता, 1908 की धारा 44A के तहत एक पारस्परिक क्षेत्र (reciprocating territory) घोषित किया है।
- यूएई के अलावा, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, बांग्लादेश, मलेशिया, त्रिनिदाद और टोबैगो, न्यूजीलैंड, कुक आइलैंड्स और पश्चिमी समोआ, हांगकांग, पापुआ न्यू गिनी, फिजी, अदन को भी पारस्परिक क्षेत्र घोषित किया गया है।
|
पारस्परिक क्षेत्र क्या है?
|
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ब्रांडेड दवाओं पर अमेरिका ने लगाया 100% टैरिफ
- 2 व्यवसायों के अंतरराष्ट्रीय संदर्भ वर्गीकरण हेतु भारत-आईएलओ साझेदारी
- 3 OPEC+ के प्रमुख देशों द्वारा तेल उत्पादन में वृद्धि का निर्णय
- 4 अल्बानिया में AI मंत्री की नियुक्ति
- 5 कोस्ट गार्ड ग्लोबल समिट 2025
- 6 कतर में अब स्वीकार होगा UPI भुगतान
- 7 UPI–UPU इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट का अनावरण
- 8 भारत और इज़राइल द्वारा द्विपक्षीय निवेश समझौते पर हस्ताक्षर
- 9 ब्रिक्स देशों का विशेष वर्चुअल शिखर सम्मेलन
- 10 नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का नया अध्याय
- 1 मलेशिया और भारत के बीच तनाव
- 2 भारतीय रेल को ऊर्जा में आत्म निर्भर बनाने के लिए भारत और ब्रिटेन के बीच समझौता
- 3 बाह्य अंतरिक्ष की खोज पर भारत-मंगोलिया समझौता
- 4 सागरमाथा संवाद
- 5 इजराइल-फिलीस्तीन शांति प्रस्ताव
- 6 चौथा रायसीना संवाद
- 7 होर्मुज शांति पहल
- 8 विश्व आर्थिक फोरम का 50वां सम्मेलन
- 9 वैश्विक लक्ष्यों की प्रगति के लिए नया वित्तीय आयोग
- 10 एशिया-प्रशांत ड्रोसोफिला अनुसंधान सम्मेलन
- 11 अफगानिस्तान की बामियान घाटी
- 12 दस में से तीन गरीब लड़कियां नहीं जा पाती स्कूलः यूनिसेफ
- 13 हॉलोकॉस्ट जैसी घटना ऐतिहासिक सबक

