ताइवान पर चीन की कूटनीति
- हाल ही में लिथुआनिया की राजधानी विल्नियस (Vilnius) में, लिथुआनिया की सरकार ने ताइवान के नाम से कार्यालय खोलने की स्वीकृति दी। इस निर्णय के कारण चीन ने लिथुआनिया में अपने राजदूत को वापस बुला लिया। इसके साथ ही चीन ने लिथुआनिया के शीर्ष प्रतिनिधि को निष्कासित कर दिया।
चीन के हाल के कूटनीतिक प्रयास
- चीन द्वारा वैश्विक स्तर पर ताइवान के प्रति अपना दृष्टिकोण स्वीकार करने हेतु अभियान चलाया गया है। इसके लिए चीन दबाव डालने की नीति का भी प्रयोग कर रहा है।
- चीन चाहता है कि ताइवान यह स्वीकार करे कि उसका द्वीपीय भू-भाग चीन का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 बेल्जियम का उच्चस्तरीय आर्थिक मिशन का भारत दौरा
- 2 विदेश मंत्री का यूनाइटेड किंगडम दौरा
- 3 भारत-ईयू समुद्री सुरक्षा वार्ता: चौथा संस्करण
- 4 न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री की आधिकारिक भारत यात्रा
- 5 लिथुआनिया का क्लस्टर बम प्रतिबंध संधि से हटने का निर्णय
- 6 रायसीना डायलॉग 2025
- 7 भारत-यूरोपीय संघ व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (TTC) की दूसरी बैठक
- 8 10वां ब्रिक्स नीति योजना संवाद ब्राज़ीलिया में संपन्न
- 9 न्यूनतम आहार विविधता : नया SDG संकेतक
- 10 अरब देशों ने ट्रम्प की गाजा योजना के बदले नया विकल्प अपनाया