ताइवान पर चीन की कूटनीति
- हाल ही में लिथुआनिया की राजधानी विल्नियस (Vilnius) में, लिथुआनिया की सरकार ने ताइवान के नाम से कार्यालय खोलने की स्वीकृति दी। इस निर्णय के कारण चीन ने लिथुआनिया में अपने राजदूत को वापस बुला लिया। इसके साथ ही चीन ने लिथुआनिया के शीर्ष प्रतिनिधि को निष्कासित कर दिया।
चीन के हाल के कूटनीतिक प्रयास
- चीन द्वारा वैश्विक स्तर पर ताइवान के प्रति अपना दृष्टिकोण स्वीकार करने हेतु अभियान चलाया गया है। इसके लिए चीन दबाव डालने की नीति का भी प्रयोग कर रहा है।
- चीन चाहता है कि ताइवान यह स्वीकार करे कि उसका द्वीपीय भू-भाग चीन का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ब्रिटेन में ‘सहायतापूर्ण मृत्यु’ को वैध बनाने वाला विधेयक
- 2 वियतनाम ने दो-बच्चों की नीति समाप्त की
- 3 भारत-नॉर्वे द्विपक्षीय वार्ता: हरित समुद्री प्रौद्योगिकियों पर जोर
- 4 11वां ब्रिक्स संसदीय फोरम
- 5 रवांडा की ECCAS से हटने की घोषणा
- 6 भारत-स्विट्जरलैंड आर्थिक साझेदारी को बढ़ाने हेतु बैठक
- 7 वैश्विक सामाजिक न्याय गठबंधन के वार्षिक फोरम का दूसरा संस्करण
- 8 भारत एवं कनाडा के पीएम के मध्य द्विपक्षीय बैठक
- 9 चौथी भारत-मध्य एशिया वार्ता
- 10 भारत-यूक्रेन की कृषि पर JWG की प्रथम बैठक