वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक-2019
11 जुलाई, 2019 को वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक-2019 (Global Multi-Dimensional Poverty Index-2019) रिपोर्ट जारी किया गया।
मुख्य तथ्य
- ग्लोबल एमपीआई 2019 को संयुत्तफ़ राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा संयुत्तफ़ रूप से तैयार किया गया है।
- इसमें 101 देशों के आंकड़े दिए गए हैं, जो वैश्विक आबादी के 76 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है।
- 101 देशों में 31 निम्न आय, 68 मध्यम आय और 2 उच्च आय वाले देश हैं, जहां 1.3 बिलियन लोग ‘बहु-आयामी गरीब’(multi-dimensionally poor) हैं।
- मध्यम आय वाले देशों में दो तिहाई बहुआयामी गरीब लोग रहते ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक: सिपरी
- 2 बीजिंग+30: महिला अधिकारों की प्रगति और भविष्य की दिशा
- 3 ऋण की दुनिया रिपोर्ट 2024: अंकटाड
- 4 विश्व मौसम विज्ञान संगठन की जलवायु स्थिति 2024 रिपोर्ट
- 5 यूएनडीपी की ‘ट्रांसफॉर्मिंग फॉरेस्ट फाइनेंस’ रिपोर्ट
- 6 संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास रिपोर्ट 2025
- 7 विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025
- 8 भारत में धन प्रेषण की बदलती प्रवृत्तियां: आरबीआई बुलेटिन
- 9 भारत 2047 तक उच्च आय अर्थव्यवस्था बनने की राह पर: विश्व बैंक
- 10 सरकारी प्रोत्साहनों के कारण म्यूनिसिपल बॉन्ड में वृद्धि: ICRA रिपोर्ट