भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन एवं महत्त्वपूर्ण साझेदारी
हाल ही में आयोजित 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में आगामी पांच वर्षों 2020-2025 के लिए दोनों पक्षों के तरफ से वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने और अन्य समझौतों को नवीनीकरण करने पर सहमति व्यक्त की गयी है।
प्रमुख बिन्दु
- भारत-यूरोपीय संघ की वर्चुअल बैठक का नेतृत्व भारत के प्रधानमंत्री और यूरोपीय संघ की परिषद के अध्यक्ष द्वारा किया गया।
- भारत और यूरोपीय संघ द्वारा वर्ष 2001 में हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकीसमझौते के अनुरूपही नवीन स्वीकृत समझौतों में आपसी लाभ और पारस्परिक सिद्धांतों को अपनाया गया है तथा इसी आधार पर भविष्य में भी सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ब्रांडेड दवाओं पर अमेरिका ने लगाया 100% टैरिफ
- 2 व्यवसायों के अंतरराष्ट्रीय संदर्भ वर्गीकरण हेतु भारत-आईएलओ साझेदारी
- 3 OPEC+ के प्रमुख देशों द्वारा तेल उत्पादन में वृद्धि का निर्णय
- 4 अल्बानिया में AI मंत्री की नियुक्ति
- 5 कोस्ट गार्ड ग्लोबल समिट 2025
- 6 कतर में अब स्वीकार होगा UPI भुगतान
- 7 UPI–UPU इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट का अनावरण
- 8 भारत और इज़राइल द्वारा द्विपक्षीय निवेश समझौते पर हस्ताक्षर
- 9 ब्रिक्स देशों का विशेष वर्चुअल शिखर सम्मेलन
- 10 नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का नया अध्याय

- 1 भूटान के सकतेंग अभयारण्य पर चीन का दावा
- 2 भारत-श्रीलंका: मत्स्यन संबंधी विवाद
- 3 संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद
- 4 वैश्विक टीका गठबंधन एवं कोवैक्स
- 5 भारत-यूरोपीय संघ: व्यापार और निवेश समझौता
- 6 इस्तांबुल कन्वेंशन: महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर यूरोपीय संधि
- 7 CAATSA: अमेरिका के प्रतिद्वंद्वियों पर प्रतिबंधों की नीति