भारत में प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या का वर्णन करते हुए इसके मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा कीजिए?

उत्तरः अपनी जैव-अनिम्नीकरणीय प्रकृति के कारण प्लास्टिक सैकड़ों वेर्षो तक प्रकृति में बने रहकर पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा देती है। औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के पश्चात प्रत्येक आर्थिक क्षेत्र में प्लास्टिक के उपयोग को बढ़ावा मिला है। इसके मानव स्वास्थ्य पर व्यापक प्रभाव पड़ते हैं तथा यह अंततः आर्थिक नुकसान के लिए उत्तरदाई होती है।

भारत में प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या

  • ‘यू.एन. प्लास्टिक कलेक्टिव’ संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, भारतीय उद्योग परिसंघ और WWF -भारत द्वारा शुरू की गई एक स्वैच्छिक पहल है। इसके द्वारा किए गए हालिया अध्ययन से पता चलता है कि भारत में प्रतिवर्ष 9.46 मिलियन टन प्लास्टिक ....

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