क्या देश में उद्योग स्थापित करने हेतु पर्यावरण और वन संबंधी सख्त कानूनों के कारण औद्योगिक विकास में अवरोध उत्पन्न हो रहा है?

उत्तरः धारणीय विकास को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है। इस दिशा में वन संरक्षण अधिनिय-1980 तथा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम-1986 के रूप में व्यापक कानूनी प्रावधानों को निर्मित किया गया है। इन कानूनों को लागू करके देश में वनों को संरक्षित करने के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण में कमी लाए जाने के प्रयास किए जाते रहे हैं। किंतु, अनेक बार कठोर प्रावधान औद्योगिक विकास में अवरोध उत्पन्न करते हैं।

पर्यावरण एवं वन कानून औद्योगिक विकास में बाधक

  • उपर्युक्त कानूनों की व्यापक शक्तियां केंद्र सरकार में निहित हैं। केंद्र तथा राज्यों में विपरीत दलों की सरकारें होने पर ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रश्न पत्र