हितों के टकराव को स्पष्ट करते हुए तथा इसे उत्पन्न करने वाले कारणों की चर्चा कीजिए?

उत्तरः सार्वजनिक अथवा प्रशासनिक गतिविधियों में संलग्न लोगों के जब व्यक्तिगत हित दूसरी निष्ठाओं से टकराते हैं तो यह प्रक्रिया ‘कनफ्रिलक्ट ऑफ इंटरेस्ट’ अथवा हितों के टकराव के रूप में जानी जाती है।

हितों के टकराव के प्रमुख कारण

  • व्यक्ति की धार्मिक एवं पारंपरिक मान्यताएं हितों के टकराव का कारण हो सकती हैं। पारंपरिक एवं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार समलैंगिकता को सामाजिक रूप में अच्छा नहीं माना जाता है। अपनी मान्यताओं के आधार पर समलैंगिकता को वैध ठहराने वाले नियमों का व्यक्तिगत विरोध करना इसका प्रमुख उदाहरण है।
  • लोक सेवक की अंतरात्मा की आवाज भी हितों के टकराव के लिए उत्तरदायी ....

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