पहली योजना (1951-56)

  • हैरड- डोमर मॉडल पर आधारित।
  • ‘कृषि तथा सिंचाई’ पर जोर, इसीलिए इस योजना को ‘कृषि एवं सिंचाई योजना’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • भाखड़ा नांगल, दामोदर घाटी तथा हीराकुड नदी परियोजनाएं प्रारंभ।
  • लोगों की भागीदारी से गांवों के समग्र विकास हेतु सामुदायिक विकास कार्यक्रम की शुरुआत 2 अक्टूबर, 1952 से की गई।