दूसरी योजना (1956-61)

  • पी-सी- महालनोबिस विकास मॉडल पर आधारित।
  • भारी उद्योग के विकास पर बल।
  • योजना के दौरान विदेशी ऋण की सहायता से बड़े पैमाने पर कच्चे माल का आयात किया गया और कृषि के बजाय औद्योगिक विकास पर विशेष बल दिया गया।
  • विदेशी सहयोग से राउरकेला (जर्मनी), भिलाई (रूस) एवं दुर्गापुर (ब्रिटेन) इस्पात संयंत्रें की स्थापना।
  • अखिल भारतीय खादी एवं ग्रामीण बोर्ड की स्थापना।