भारत, ऑस्ट्रेलिया समूह का 43वां सदस्य

जनवरी, 2018 में भारत, ऑस्ट्रेलिया समूह का 43वां सदस्य बन गया। ऑस्ट्रेलिया समूह उन देशों का स्वैच्छिक समूह है, जो उन सामग्रियों, उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के प्रसार को रोकने के लिए काम कर रहा है, जो देशों या आतंकवादी संगठनों की ओर से रासायनिक और जैविक हथियारों के विकास या अधिग्रहण में योगदान दे सकते हैं। इससे परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में सदस्यता के लिए भी भारत की दावेदारी मजबूत होगी।

ऑस्ट्रेलिया समूह में प्रवेश के साथ, भारत अब विश्व के चार प्रमुख रासायनिक हथियारों के निर्यात नियंत्रण समूहों में से तीन का हिस्सा है-

  • जुलाई 2016 में भारत औपचारिक रूप से मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (Missile Technology Control Regime) में शामिल हुआ। यह समूह 35 देशों के बीच एक अनौपचारिक और स्वैच्छिक साझेदारी है। यह संवेदनशील उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के व्यापार को नियंत्रित करता है।
  • दिसंबर 2017 में भारत वासेनार व्यवस्था (Wassenaar Arrangement) में शामिल हुआ, जो 42 देशों का एक अनौपचारिक समूह है। यह समूह दोहरे उपयोग के सामानों और प्रौद्योगिकियों (Dual-Use Goods and Technologies) के निर्यात पर नियंत्रण रखता है।