अमेरिका द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा

अमरीका द्वारा हाल ही में भारत को सामरिक व्यापार प्राधिकरण-1 (एसटीए-1) (Strategic Trade Authorization-1 (STA-1), देश का दर्जा दिया गया। इस दर्जे के तहत भारत को उच्च प्रौद्योगिकी उत्पाद की बिक्री हेतु निर्यात नियंत्रण में रियायत मिलेगी। भारत को एसटीए-1 का दर्जा देने से संबंधित संघीय अधिसूचना अमेरिका द्वारा अगस्त, 2018 में जारी की गई। भारत को NSG की सदस्यता न प्राप्त होने के बावजूद भी अमेरिका द्वारा एसटीए-1 का दर्जा दिया गया; इसे चीन के समक्ष चुनौती के रूप में भी देखा जा रहा है। भारत एकमात्र दक्षिण एशियाई देश है, जिसे इस सूची में शामिल किया गया है। बढ़ते भारत-अमेरिका सामरिक सहयोग का प्रतीक है। इस स्टेटस के बाद एक्सपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन रेगुलेशंस (EAR) के तहत निर्यात, पुनर्निर्यात और ट्रांसफर के लिए भारत को लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी।

  • अमेरिका द्वारा इस तरह का दर्जा अपने सहयोगी नाटो देशों को दिया गया है। यह दर्जा हासिल होने से भारत, अमेरिका से अत्याधुनिक और संवेदनशील प्रौद्योगिकी खरीद सकेगा।
  • उल्लेखनीय है कि परंपरागत रूप से अमेरिका द्वारा किसी देश को एसटीए-1 का दर्जा तभी दिया जाता था, जब वह चार प्रमुख संगठनों- एनएसजी, मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (MTCR), वासेनार अरेंजमेंट (WA) और ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (AG) का सदस्य हो। भारत, एनएसजी के सिवाय अन्य तीन समूहों की सदस्यता हासिल कर चुका है।