अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

भूगोलः अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत संघ के पूर्वी भाग में बंगाल की खाड़ी में बसा हुआ है। इसमें 300 से अधिक द्वीप हैं। यह 6° से 14° उत्तरी अक्षांश तथा 92° से 94° पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है। अंडमान और निकोबार दो भागों में बंटा हुआ है और दोनों 10° चैनल द्वारा पृथक् होते हैं। यहां आबादी वाले कुल 38 द्वीप हैं जिनमें 25 अंडमान और 13 निकोबार जिले में हैं।

जिलों के क्षेत्रफल एवं मुख्यालय

जिला

क्षे. (वर्ग कि.मी.)

मुख्यालय

1.

दक्षिण अंडमान

2,980

पोर्ट ब्लेयर

2.

निकोबार

1,841

कार निकोबार

3.

उत्तर व मध्य अंडमान

3,251

मायाबंदर

परिचय

राजधानीः पोर्ट ब्लेयर; क्षेत्रफलः 8,249 वर्ग किलोमीटर; कुल जिलेः 3; जनसंख्याः 3,80,581; लिंगानुपातः 876; जनसंख्या घनत्वः 46; दशकीय वृद्धि दर (2001-11): 6.86%; साक्षरताः 86-63 प्रतिशत; मुख्य भाषाएं: हिंदी, निकोबारी, तमिल, बंगला, मलयालम और तेलुगू। प्रति व्यक्ति आयः 1,07,418 रुपये (2013-14)

अंडमान के सबसे उत्तर में लैंडफाल द्वीप है, जिसके नीचे तीन मुख्य द्वीप-उत्तरी मध्य और दक्षिणी अंडमान है। इस क्षेत्र को ‘ग्रेट अंडमान’ कहा जाता है। यह द्वीप पांच द्वीपों का समूह है। दक्षिणी अंडमान में केंद्रशासित प्रदेश की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है। इसके दक्षिण में छोटा अंडमान द्वीपसमूह है। यहां पर लगभग 204 छोटे-छोटे द्वीप हैं, जिनके दो प्रमुख समूह हैं-रिचि अक्रिपेलागो और लेवीरिथ द्वीपसमूह। अंडमान से दक्षिण की ओर अंडमान समुद्र तथा 10° चैनल जलधारा के दक्षिण में निकोबार द्वीप समूह है, जिसके सबसे उत्तर में कार निकोबार द्वीप है तथा सुदूर दक्षिण में इंदिरा प्वाइंट द्वीप है, जो भारत का सबसे दक्षिणी भाग है। यह भी छोटे तथा विशाल निकोबार में बंटा है। निकोबार द्वीप समूहों का कुल क्षेत्रफल 1953 वर्ग किमी. है। अंडमान के द्वीपसमूहों में महा अंडमानी, ओंगे, जरवा और सेंटीनली नाम की चार निग्रेटो जातियां हैं तथा निकोबार द्वीपसमूह में निकोबारी तथा शोमपेन नाम की दो मंगोलाइड जातियां हैं।

अर्थव्यवस्थाः अंडमान द्वीप समूह की मुख्य फसल धान है। नारियल और सुपारी निकोबार द्वीप समूह की प्रमुख व्यापारिक फसलें हैं। इनके अतिरिक्त इन द्वीपों में गन्ना, रेड आयल, पाम, खजूर आदि की खेती की जाती है। इसके कुल क्षेत्र के 6662 वर्ग किमी. भाग में वन हैं। इनमें विशाल सदाबहार वृक्ष, गिरि शिखर पर होने वाले सदाबहार वृक्ष, नमी सोखने वाले वृक्ष तथा तटवर्ती और तराई के जंगल शामिल हैं।

पर्यटन स्थलः सेल्यूलर जेल (राष्ट्रीय स्मारक), एंथ्रोपोलॉजिकल एंड मैरिन म्यूजियम, चाथम सॉ मिल, महात्मा गांधी मैरीन राष्ट्रीय पार्क, रौस द्वीप, वाइपर द्वीप नील द्वीप, रंगत मायाबुंदर, दिगलीपुर, मधुबन, मारंट हैरियट आदि महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं।

प्रशासनः इसका प्रशासन लेफ्रिटनेंट गवर्नर द्वारा चलाया जाता है, जिसका मुख्यालय पोर्ट ब्लेयर में है। यहां से एकमात्र संसद सदस्य का निर्वाचन होता है।