भारत का पहला ‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’

10 नवंबर, 2022 को केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने फरीदाबाद (हरियाणा) में जीवन विज्ञान डेटा- ‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ (आईबीडीसी) एवं भारत का पहला ‘राष्ट्रीय भंडार कोष’ (रिपॉजिटरी) राष्ट्र को समर्पित किया।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाये गए इस सुविधा सेन्टर में एक घंटे के अन्दर किसी बीमारी की जीनोम सेक्वेन्सिंग की जा सकेगी। यह डाटा सेंटर उच्च क्षमता वाली ‘ब्रह्म’ सुपर कम्प्यूटर सुविधा से सुसज्जित है।
  • यह सेंटर बीमारियों से लेकर कृषि के पैटर्न और जीएम फसलों के विकास तक के कार्यों में प्रमुख भूमिका निभायेगा।
  • अभी तक यूरोप और अमेरिका में इस प्रकार के डाटा बैंक की सुविधा उपलब्ध थी।
  • राष्ट्रीय भंडार कोष- इसे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, भुबनेश्वर में डेटा ‘आपदा रिकवरी’ साइट के साथ क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र, फरीदाबाद में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के समर्थन से स्थापित किया गया है।
  • इसमें लगभग 4 पेटाबाइट की डेटा भंडारण क्षमता है और इसमें ‘ब्रह्म’ उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (एचपीसी) सुविधा भी है।
  • आईबीडीसी ने देश भर में 50 से अधिक अनुसंधान प्रयोगशालाओं से 2,08,055 प्रस्तुतियों से 200 बिलियन से अधिक आधार एकत्रित किए हैं। आईबीडीसी का डैशबोर्ड देश भर में अनुकूलित डेटा सबमिशन, एक्सेस, डेटा विश्लेषण सेवाएं और रीयल-टाइम सार्स सीओवी-2 प्रजाति की निगरानी मॉनिटरिंग प्रदान करता है।