चर्चित व्यक्ति

राजा महेंद्र प्रताप सिंह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर, 2021 को अलीगढ़ में ‘राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय’ की आधारशिला रखी।

  • उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजा महेंद्र प्रताप सिंह की स्मृति और सम्मान में अलीगढ़ की कोल तहसील के ग्राम लोढ़ा और गांव मुसेपुर करीम जरौली में कुल 92 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।
  • 1886 में उत्तर प्रदेश के हाथरस में शाही परिवार में जन्मे राजा महेंद्र प्रताप सिंह एक समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे।
  • ‘मोहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज’ (अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय) के पूर्व छात्र रहे सिंह ने कॉलेज के साथी छात्रों के साथ 1911 के ‘बाल्कन युद्ध’ में भी भाग लिया था।
  • ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा वांछित होने के कारण वे 1914 में घर छोड़कर जर्मनी चले गए थे और लगभग 33 वर्षों तक निर्वासन में रहे।
  • वे 1915 में अफगानिस्तान में पहली अनंतिम निर्वासित भारत सरकार के गठन के लिए प्रसिद्ध थे। उन्हें 1932 में नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।
  • स्वतंत्रता के बाद, वे 1957 में मथुरा लोक सभा सीट से तत्कालीन जनसंघ (और बाद में भाजपा) के उम्मीदवार अटल बिहारी वाजपेयी को हराकर संसद के लिए चुने गए थे। 1979 में उनका निधन हो गया था।

शिवानी मीणा

सितंबर 2021 में राजस्थान की शिवानी मीणा कोल इंडिया में एक ओपन कास्ट खदान (Open Cast Mine) में उत्खनन इंजीनियर के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला बन गई हैं।

  • शिवानी मीणा कोल इंडिया की शाखा सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के रजरप्पा क्षेत्र में एक मशीनीकृत ओपन कास्ट खदान रजरप्पा परियोजना में एक उत्खनन इंजीनियर के रूप में शामिल हुई हैं।
  • उन्हें हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (Heavy Earth Moving Machinery) के रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी दी गई है।
  • भरतपुर, राजस्थान की मूल निवासी, शिवानी ने आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग की है।

जीके फ़ैक्ट

  • रजरप्पा क्षेत्र को हाल ही में कोयला मंत्रालय द्वारा ‘स्वच्छता मिशन’ के तहत उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया था।

सुब्रमण्य भारती

उपराष्ट्रपति ने 11 सितंबर, 2021 को तमिल महान कवि, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्य भारती (भरथियार) की शताब्दी पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

  • सुब्रमण्य भारती का जन्म 11 दिसंबर, 1882 को तमिलनाडु में एट्टयपुरम् गाँव में हुआ था। इन्हें ‘महाकवि भरथियार’ के नाम से जाना जाता है।
  • भारती को बाल गंगाधर तिलक से प्रेरणा मिली। उन्होंने 8 साल की उम्र में कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी।
  • इनकी प्रमुख साहित्यिक कृतियाँ ‘कण्णन पट्टू’, ‘निलावुम वन्मिनुम कत्रुम, (Nilavum Vanminum Katrum) ‘पांचाली सपथम’ तथा ‘कुयिल पट्टू’ थी।
  • सुब्रमण्य भारती रूस की बोल्शेविक क्रांति की महिमा का गायन करने वाले पहले एशियाई कवि भी थे।
  • भारती ने एक युवा पत्रकार के रूप में और एक उप-संपादक के रूप में नवंबर 1904 में ‘स्वदेशमित्रन’ से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 1908 में ‘सुदेश गीतंगल’ नामक क्रांतिकारी रचना का प्रकाशन किया।
  • 11 सितंबर, 1921 को भारती का देहावसान हो गया था।

मेजर आइना राणा

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 30 अगस्त, 2021 को फिर से इतिहास रच दिया, जब प्रोजेक्ट शिवालिक की मेजर आइना राणा ने उत्तराखंड में चमोली जिले के पीपलकोटी में ‘75 रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी’ (75 RCC) के ऑफिसर कमांडिंग (officer Commanding) के रूप में कार्यभार संभाला।

  • पठानकोट, पंजाब की रहने वाली मेजर आइना, सड़क निर्माण कंपनी की कमान संभालने वाली पहली भारतीय सेना इंजीनियर अधिकारी हैं।
  • सीमा सड़क संगठन की ऐसे सभी महिलाओं के नेतृत्व वाले चार RCC बनाने की योजना है, दो पूर्वोत्तर क्षेत्र में और दो पश्चिमी क्षेत्र में।