पुरस्कार/सम्मान

नोबेल पुरस्कार 2021

अक्टूबर 2021 में नोबेल पुरस्कार 2021 की घोषणा की गई।

1. चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार 2021

4 अक्टूबर, 2021 को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम स्थित कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट की नोबेल सभा (The Nobel Assembly at Karolinska) द्वारा ‘चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार 2021’ (Nobel Prçe in physiology or Medicine 2021) की घोषणा की गई।

  • अमेरिका के दो वैज्ञानिकों ‘डेविड जूलियस’ (David Julius) और ‘अर्डेम पटापाउटियन’ (Ardem Patapoutian) को ‘तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स (receptors) की अपनी खोजों के लिए’ शरीर विज्ञान या चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
  • इनका कार्य ‘सोमैटोसेंसेशन’ (somatosensation) पर केंद्रित था, जो कि विशेष अंगों जैसे कि आंख, कान और त्वचा की क्रमशः देखने, सुनने और महसूस करने की क्षमता है।
  • डेविड जूलियस ने मिर्च के एक तीखे और जलन पैदा करने वाले यौगिक कैप्साइसिन (capsaicin) का उपयोग कर जलन महसूस करने पर प्रतिक्रिया देने वाले त्वचा की तंत्रिका के अंत में पाये जाने वाले एक सेंसर की पहचान की है।
  • अर्डेम पटापाउटियन ने दबाव के प्रति संवेदनशील कोशिकाओं का उपयोग कर त्वचा और आंतरिक अंगों में यांत्रिक उत्तेजनाओं के लिए जिम्मेदार सेंसर के एक नवीन वर्ग की खोज की।
  • इन सफल खोजों ने गहन शोध गतिविधियों को शुरू किया, जिससे तंत्रिका तंत्र द्वारा गर्मी, ठंड और यांत्रिक उत्तेजनाओं को महसूस किए जाने संबंधी हमारी समझ में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

2. रसायन विज्ञान नोबेल पुरस्कार 2021

6 अक्टूबर, 2021 को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के जर्मन वैज्ञानिक ‘बेंजामिन लिस्ट’ (Benjamin List) और यूनाइटेड किंगडम में जन्मे प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक ‘डेविड डब्ल्यूसी मैकमिलन’ (David WC MacMillan) को 2021 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की।

  • उन्हें यह पुरस्कार ‘एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटालिसिस’ (saymmetric organocatalysis) के विकास के लिए दिया गया।
  • डॉ. लिस्ट और डॉ. मैकमिलन द्वारा ‘एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटालिसिस’ विकसित करने से पहले रसायनज्ञों द्वारा दो बहुत अलग प्रकार के ‘धातु उत्प्रेरक’ और ‘एंजाइम उत्प्रेरक’ नियमित रूप से उपयोग किए जाते थे।
  • किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी पदार्थ (उत्प्रेरक) की उपस्थिति मात्र से बढ़ जाती है तो इसे उत्प्रेरण (Catalysis) कहते हैं।

एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटालिसिसः यह छोटे कार्बनिक अणुओं पर बनता है। 2000 में इन दोनों वैज्ञानिकों द्वारा विकसित, उत्प्रेरण (Catalysis) की यह नई तकनीक नए अणुओं को विकसित करने का एक कुशल, ‘सटीक, सस्ता, तेज और पर्यावरण अनुकूल’ तरीका है।

  • एंजाइम उत्प्रेरक (जो विशाल होते हैं) के विपरीत, एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटालिसिस एक ही अमीनो एसिड से बने होते हैं।
  • एसिमेट्रिक ऑर्गेनोकैटालिसिस अणु की केवल एक मिरर इमेज (mirror image) की अनुमति देते हैं। दवाओं का उत्पादन करते समय रसायनज्ञ को अक्सर इन मिरर इमेज में से केवल एक की ही आवश्यकता होती है।

जीके फ़ैक्ट

  • ब्रिटिश जैव-रसायनविद फ्रेडरिक सेंगर ने 1958 और 1980 में दो बार रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार जीता है।

3. भौतिकी का नोबेल पुरस्कार 2021

2021 के लिए भौतिकी के नोबेल पुरस्कार का आधा हिस्सा जापान में जन्में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, अमेरिका के जलवायु विज्ञानी ‘स्यूकुरो मनाबे’ (Syukuro Manabe) और मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर मेटेरोलॉजी, हैम्बर्ग, जर्मनी के जलवायु विज्ञानी ‘क्लॉस हैसलमैन’ (Klaus Hssaelmann) तथा शेष आधा हिस्सा इटली के सैपिएंजा यूनिवर्सिटी, रोम के भौतिक विज्ञानी ‘जियोर्जियो परिसी’ (Giorgio Parisi) को दिया गया है।

क्यों दिया गया? ‘जटिल भौतिक प्रणालियों की हमारी समझ में अभूतपूर्व योगदान’ के लिए।

  • प्रोफेसर मनाबे और हैसलमैन ने ‘पृथ्वी की जलवायु के भौतिक मॉडलिंग, परिवर्तनशीलता की मात्रा निर्धारित करने और ग्लोबल वार्मिंग की मजबूती से भविष्यवाणी करने’ के लिए पुरस्कार जीता, जबकि प्रोफेसर परिसी ने ‘परमाणु से ग्रहों के मानदंडों तक भौतिक प्रणालियों में विकार और उतार-चढ़ाव की परस्पर क्रिया की खोज के लिए’ पुरस्कार जीता।
  • 1901 में इस पुरस्कार की स्थापना के बाद पहली बार जलवायु विज्ञानियों को नोबेल पुरस्कार दिया जा रहा है।

तीनों का योगदानः मनाबे ने वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़े हुए स्तर से पृथ्वी की सतह पर तापमान में वृद्धि को प्रदर्शित किया_ 1960 के दशक में, उन्होंने पृथ्वी की जलवायु के भौतिक मॉडल के विकास का नेतृत्व किया।

  • लगभग दस साल बाद, क्लॉस हैसलमैन ने एक मॉडल विकसित किया, जो इस सवाल का जवाब देता है कि मौसम के परिवर्तनशील होने के बावजूद जलवायु मॉडल क्यों विश्वसनीय हो सकते हैं; उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर मानव फिंगरप्रिंट की पहचान करने के लिए तरीके भी विकसित किए।
  • 1980 के आसपास, परिसी ने अव्यवस्थित जटिल सामग्रियों में छिपे हुए पैटर्न की खोज की। यादृच्छिकता (randomness) और अव्यवस्थित (disorder) होने की विशेषता के चलते जटिल प्रणालियों (Complex systems) को समझना मुश्किल होता है।

4. साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2021

7 अक्टूबर, 2021 को ब्रिटेन में रहने वाले 73 वर्षीय तंजानियाई लेखक अब्दुल रजाक गुरनाह को ‘2021 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार’ से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।

  • गुरनाह को उपनिवेशवाद के प्रभावों और संस्कृतियों व महाद्वीपों के बीच शरणार्थियों की स्थिति के करुणामय चित्रण के लिए सम्मानित किया गया है।
  • गुरनाह का जन्म 1948 में तंजानिया के जंजीबार द्वीप में हुआ था। लेकिन 1960 के दशक के अंत में वे एक शरणार्थी के रूप में इंग्लैंड पहुंच गए थे।
  • उनके दस उपन्यास और कई लघु कथाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके उपन्यासों में शरणार्थियों का मार्मिक वर्णन मिलता है।
  • उनका सबसे प्रसिद्ध उपन्यास ‘पैराडाइज’ (Paradise) है, जिसे 1994 में बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।

जीके फ़ैक्ट

  • 2020 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लूक को दिया गया था। 1901 में पहली बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी कवि सुली प्रुधोमी (Sully Prudhomme) को दिया गया था।

5. नोबेल शांति पुरस्कार 2021

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने 8 अक्टूबर, 2021 को नोबेल शांति पुरस्कार 2021 की घोषणा की।

  • फिलीपींस की मारिया रेसा (Maria Ressa) और रूस के दिमित्री मुराटोव (Dmitry Muratov) को अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के प्रयासों के लिए यह पुरस्कार दिया गया है, जो लोकतंत्र और स्थायी शांति के लिए एक पूर्व शर्त है।

मारिया रेसाः वह अपने मूल देश फिलीपींस में सत्ता के दुरुपयोग, हिंसा के इस्तेमाल और बढ़ते अधिनायकवाद को उजागर करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग करती हैं।

  • 2012 में, उन्होंने खोजी पत्रकारिता के लिए एक डिजिटल मीडिया कंपनी रैपलर (Rappler) की सह-स्थापना की, जिसकी वह अभी भी प्रमुख हैं।
  • एक पत्रकार और रैपलर के सीईओ के रूप में, रेसा ने खुद को अभिव्यक्ति की आजादी के एक निर्भीक रक्षक के रूप में पेश किया है।
  • रैपलर ने राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते शासन के विवादास्पद, जानलेवा ड्रग-विरोधी अभियान पर आलोचनात्मक दृष्टि से ध्यान केंद्रित किया है।

दिमित्री आंद्रेयेविच मुराटोवः मुराटोव रूस में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद दशकों तक अभिव्यक्ति की आजादी के पैरोकार रहे हैं।

  • 1993 में, वह स्वतंत्र समाचार पत्र ‘नोवाजा गजेटा’ (Novaja Gzaeta) के सह-संस्थापकों में से एक थे। 1995 से वे 24 वर्षों तक इसके प्रधान संपादक रहे हैं। सत्ता के प्रति मौलिक रूप से आलोचनात्मक रवैये के साथ नोवाजा गजेटा आज भी रूस में सबसे स्वतंत्र समाचार पत्र है।
  • 1993 में अपनी शुरुआत के बाद से, नोवाजा गजेटा ने भ्रष्टाचार, पुलिस हिंसा, गैरकानूनी गिरफ्तारी, चुनावी धोखाधड़ी से लेकर रूस के भीतर और बाहर रूसी सैन्य बलों के उपयोग तक के विषयों पर महत्वपूर्ण लेख प्रकाशित किए हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • आज तक, सबसे कम उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई हैं, जो 2014 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित होने के समय 17 वर्ष की थीं। कैलाश सत्यार्थी और मलाला यूसुफजई को संयुक्त रूप से 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था। अब तक के सबसे वयोवृद्ध नोबेल शांति पुरस्कार विजेता जोसेफ रोटब्लैट हैं, जो 1995 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित होने के समय 87 वर्ष के थे।

6. अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2021

11 अक्टूबर, 2021 को अमेरिका के अर्थशास्त्री डेविड कार्ड (David Card), जोशुआ एंग्रिस्ट (Joshua Angrist) और गुइडो इम्बेन्स (Guido Imbens) को आर्थिक नीति और अन्य घटनाओं के कारण प्रभावों को समझने के लिए ‘प्राकृतिक प्रयोगों’ (natural experiments) के उपयोग के लिए 2021 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

  • कनाडा में जन्मे कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के डेविड कार्ड को ‘श्रम अर्थशास्त्र में उनके अनुभवजन्य योगदान’ के लिए पुरस्कार का आधा हिस्सा दिया गया।
  • जबकि अन्य आधा हिस्सा मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के जोशुआ एंगिस्ट और नीदरलैंड्स में जन्मे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के गुइडो इम्बेन्स को ‘कारण संबंधों के विश्लेषण में उनके पद्धतिगत योगदान के लिए’ (for their methodological contributions to the analysis of causal relationships) दिया गया।

प्राकृतिक प्रयोग क्या है? ‘प्राकृतिक प्रयोग’ वास्तविक जीवन की परिस्थितियों का उपयोग दुनिया पर प्रभाव का पता लगाने के लिए करते हैं।

अध्ययन का निष्कर्षः डेविड कार्ड ने प्राकृतिक प्रयोगों का उपयोग करते हुए न्यूनतम मजदूरी, आप्रवास (immigration) और शिक्षा के श्रम बाजार प्रभावों का विश्लेषण किया है। उन्होंने पाया कि न्यूनतम वेतन में वृद्धि का कर्मचारियों की संख्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।

  • एक देश में पैदा हुए लोगों की आय नए आप्रवासन (immigration) से लाभान्वित हो सकती है।
  • जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स ने यह प्रदर्शित किया कि प्राकृतिक प्रयोगों से कारण और प्रभाव के बारे में कैसे सटीक निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं।

अन्य तथ्यः औपचारिक रूप से इस पुरस्कार का नाम ‘अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार’ (The Sveriges Riksbank Prçe in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel) है।

जीके फ़ैक्ट

  • एलिनोर ऑस्ट्रोम (2009) अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला हैं। एस्थर डफ्लो (2019) में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाली दूसरी महिला हैं। एस्थर अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाली सबसे युवा विजेता भी हैं।

अर्थशॉट पुरस्कार 2021

17 अक्टूबर, 2021 को लंदन में एक भव्य समारोह में अर्थशॉट पुरस्कार 2021 (Earthshot Prçe 2021) की घोषणा की गई।

  • इस पुरस्कार के तहत जलवायु संकट से लड़ने के लिए समाधान विकसित करने के लिए 2021 और 2030 के बीच पांच फाइनलिस्ट को पांच संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों- प्रकृति की बहाली और संरक्षण, वायु स्वच्छता, महासागरों की पुनर्बहाली, अपशिष्ट मुक्त जीवन और जलवायु कार्रवाई में योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
  • अर्थशॉट पुरस्कार को 2020 में प्रिंस विलियम और रॉयल फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया था। इस पुरस्कार को ‘इको ऑस्कर’ की भी संज्ञा दी जाती है। इसमें पुरस्कार राशि 10 लाख ब्रिटिश पाउंड है।

1. वायु स्वच्छता’ (clean our air): श्रेणीः दिल्ली के उद्यमी विद्युत मोहन के नेतृत्व वाली कृषि अपशिष्ट पुनर्चक्रण परियोजना ‘तकाचर’ (Tkaachar) को फसल अवशेषों को विक्रय योग्य जैव-उत्पादों में बदलने के लिए सस्ते प्रौद्योगिकी नवाचार के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

  • ‘तकाचर’ ने एक सस्ती, छोटे पैमाने की, पोर्टेबल तकनीक विकसित की है, जो दूरदराज के खेतों में ट्रैक्टरों से जुड़ जाती है। यह तकनीक धुएं के उत्सर्जन को 98% तक कम करती है।

2. प्रकृति की रक्षा और पुनर्बहाली (Protect and Restore Nature) श्रेणीः कोस्टा रिका गणराज्य।

3.महासागरों की पुनर्बहाली (Revive our Oceans) श्रेणीः कोरल वीटा, बहामास (दुनिया की समाप्त होती हुई प्रवाल भित्तियों को पुनर्स्थापित करने की परियोजना)।

4. अपशिष्ट मुक्त विश्व का निर्माण (Build a Waste-Free World) श्रेणीः ‘द सिटी ऑफ मिलान फूड वेस्ट हब्स’, इटली (अप्रयुक्त भोजन एकत्र करने और इसे जरूरतमंदों को देने की पहल)।

5. जलवायु कार्रवाई (Fix our Climate) श्रेणीः थाईलैंड, जर्मनी और इटली की हाइड्रोजन बनाने के लिए अक्षय ऊर्जा परियोजना ‘एईएम इलेक्ट्रोलाइजर’ (AEM Electrolyser)।

साखरोव पुरस्कार 2021

कैद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी को 20 अक्टूबर, 2021 को यूरोपीय संघ के शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार ‘साखरोव पुरस्कार 2021’ से सम्मानित किया गया है।

  • एलेक्सी नवलनी एक रूसी विपक्षी नेता, वकील और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता हैं, जो सरकार विरोधी प्रदर्शनों के आयोजन और रूस में सत्ताधारी पार्टी के सबसे मजबूत विपक्षी उम्मीदवार के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए जाने जाते हैं।
  • 45 वर्षीय कार्यकर्ता को पिछले साल एक जहरीला नर्व एजेंट दे दिया गया था_ जर्मनी में इलाज के बाद मॉस्को लौटने पर उन्हें तुरंत गिरफ्रतार कर लिया गया और बाद में कैद कर लिया गया।

पुरस्कार के बारे में: पुरस्कार का नाम सोवियत वैज्ञानिक और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंद्रेई साखरोव (1921-1989) के नाम पर रखा गया है।

  • यूरोपीय संसद उन व्यक्तियों, समूहों और संगठनों को यह पुरस्कार प्रदान करती है, जिन्होंने विचारों की स्वतंत्रता की रक्षा और मानवाधिकार में उत्कृष्ट योगदान दिया हो। पुरस्कार राशि 50,000 यूरो है।
  • ‘यूरोपीय संसद’ यूरोपीय संघ के स्तर पर राजनीतिक बहस और निर्णय लेने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।

जीके फ़ैक्ट

  • 1988 में पहली बार नेल्सन मंडेला और अनातोली मार्चेंको को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2020 का साखरोव पुरस्कार ‘बेलारूस के डेमोक्रेटिक ओपोजिशन’ (Democratic opposition of Belarus) को प्रदान किया गया, जो बहादुर महिलाओं की एक पहल थी।

तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ ऑस्कर 2022 में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि

फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा गठित 15 सदस्यीय चयन समिति के अध्यक्ष शाजी एन करुण ने 23 अक्टूबर, 2021 को नवोदित निर्देशक पीएस विनोथराज की तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ (कंकड़) को ऑस्कर 2022 में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में घोषित किया है।

  • चयन होने पर फिल्म अगले साल सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म के अकादमी पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी।
  • थॉमस विंटरबर्ग द्वारा निर्देशित डेनिश फिल्म अदर राउंड ने 2021 में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म पुरस्कार जीता था।
  • 94वें अकादमी पुरस्कार समारोह 27 मार्च, 2022 को लॉस एंजिल्स में आयोजित किए जाएंगे।
  • विग्नेश शिवन और नयनतारा द्वारा निर्मित ‘कूझंगल’ फिल्म में मायके चली गई पत्नी को वापस लाने के लिए एक शराबी पिता गणपति और उनके बेटे वेलु की यात्रा दिखाई गई है।
  • इस साल की शुरुआत में, कूझंगल ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम 2021 के 50वें संस्करण में प्रतिष्ठित ‘टाइगर पुरस्कार’ भी जीता था।
  • हाल के वर्षों में ऑस्कर के लिए भारत की प्रविष्टियों में लिजो जोस पेलिसरी की ‘जल्लीकट्टू’ (ऑस्कर 2021) और जोया अख्तर की ‘गली बॉय’ (ऑस्कर 2020) शामिल हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में नामांकन की अंतिम सूची में जगह बनाने वाली भारतीय फिल्म मदर इंडिया (1958), सलाम बॉम्बे (1989) और आशुतोष गोवारिकर की लगान (2001) थी।

केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण प्राणि मित्र पुरस्कार 2021

सरदार पटेल प्राणी उद्यान, केवडिया (गुजरात) की मेजबानी में केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण द्वारा 10-11 अक्टूबर, 2021 को आयोजित ‘चिडि़याघर निदेशकों और पशु चिकित्सकों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन’ के दौरान केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण द्वारा स्थापित ‘प्राणि मित्र पुरस्कार 2021’ भी प्रदान किए गए।

  • प्राणि मित्र पुरस्कार हर साल 4 श्रेणियों के तहत दिए जाते हैं। ये 4 श्रेणी हैं- चिडि़याघर के निदेशक/क्यूरेटर, जीवविज्ञानी/ शिक्षाविद, पशु चिकित्सक और पशु रक्षक/चिडि़याघर की अग्रिम पंक्ति द्वारा उत्कृष्ट योगदान।

वर्ष 201 के विजेता -

  • उत्कृष्ट पशु रक्षक- लखी देवी (भगवान बिरसा प्राणी उद्यान, रांची, झारखंड)।
  • उत्कृष्ट शिक्षाविद्/जीवविज्ञानी- हरपाल सिंह (शिक्षाविद) (महेंद्र चौधरी प्राणी उद्यान, चटबीर पंजाब)।
  • उत्कृष्ट पशु चिकित्सक- डॉ. इलियाराजा (आगरा भालू बचाव सुविधा केंद्र, उत्तर प्रदेश)।
  • उत्कृष्ट निदेशक- डॉ. विभु प्रकाश माथुर (निदेशक, गिद्ध संरक्षण प्रजनन केंद्र, पिंजौर, हरियाणा)।

22वां लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार 2021

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने 11 अक्टूबर, 2021 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक और प्रख्यात पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया को ‘22वां लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार 2021’ प्रदान किया।

  • हाल के दिनों में कोविड-19 महामारी के बारे में जागरूकता पैदा करने में डॉ. रणदीप गुलेरिया की शानदार भूमिका के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • डॉ. रणदीप गुलेरिया को एक अत्यधिक कुशल और समर्पित अस्पताल प्रशासक के रूप में भी जाना जाता है।
  • ‘लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार’ को लाल बहादुर शास्त्री प्रबंधन संस्थान, दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया है। यह पुरस्कार प्रति वर्ष अपने चुने हुए क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एक विशिष्ट व्यक्ति को दिया जाता है।

लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई पुरस्कार 2021

उपराष्ट्रपति एम- वेंकैया नायडू ने 3 अक्टूबर, 2021 को गुवाहाटी में एक विशेष समारोह में असम सरकार के द्विवार्षिक ‘राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय योगदान के लिए लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई पुरस्कार 2021’ प्रदान किए।

  • पुरस्कार पाने वालों में कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट की असम शाखा, जर्मनी में रहने वाले असमिया साहित्यकार डॉ. निरोद कुमार बरूआ और श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में ‘शिलांग चौंबर चोइर’ (Shillong Chamber Choir) शामिल हैं।
  • पुरस्कार में प्रत्येक को पांच लाख रुपये, एक प्रशस्ति पत्र और एक अंगवस्त्रम दिया जाता है।
  • इस पुरस्कार का नाम असम के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बोरदोलोई के नाम पर रखा गया है; वे एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें 1999 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2021

सितंबर 2021 में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा ‘शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2021’ की घोषणा की गई।

  • इस पुरस्कार हेतु 7 श्रेणियों में घोषित वैज्ञानिकों के नाम इस प्रकार हैं।
  • जैव विज्ञानः डॉ. अमित सिंह और डॉ. अरुण कुमार शुक्ला
  • रसायन विज्ञानः डॉ. कनिष्क विश्वास और डॉ. टी गोविंदराजू
  • पृथ्वी, वायुमंडल, महासागर और ग्रह विज्ञानः डॉ. बिनॉय कुमार सैकिया
  • इंजीनियरिंग विज्ञानः डॉ. देबदीप मुखोपाध्याय
  • गणितीय विज्ञानः डॉ. अनीश घोष और डॉ. साकेत सौरभ
  • चिकित्सा विज्ञानः डॉ. जीमन पन्नीयम्माकल और डॉ. रोहित श्रीवास्तव
  • भौतिक विज्ञानः डॉ. कनक साहा