वॉयस ऑफ़ ग्लोबल साउथ समिट

भारत 12-13 जनवरी को दो दिवसीय ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन की मेजबानी किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित किया।

  • इस समिट में 125 देशों ने भाग लिया।

महत्वपूर्ण तथ्यः शिखर सम्मेलन का विषय ‘आवाज की एकता, उद्देश्य की एकता’ है।

  • यह शिखर सम्मेलन विकासशील देशों को प्रभावित करने वाली चिंताओं पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करने का भारत का प्रयास है।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारत एक ‘ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करने तथा ‘आरोग्य मैत्री’ एक नए प्रोजेक्ट की भी घोषणा की।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और ब्रेटन वुड्स संस्थानों सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों में तत्काल मौलिक सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • शिखर सम्मेलन में दक्षिण के देशों को एक साथ लाने और विभिन्न मुद्दोंपर उनके दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को साझा किया गया।
  • यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास एवं भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत से प्रेरित है।

राष्ट्रीय परिदृश्य