उत्तर प्रदेश की सौर ऊर्जा नीति-2022 का मसौदा

19 अगस्त, 2022 को उत्तर प्रदेश ने अपनी सौर ‘ऊर्जा नीति-2022’ के मसौदे का अनावरण किया।

  • नीति के मसौदे को उत्तर प्रदेश नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (Uttar Pradesh New and Renewable Energy Development Agency) द्वारा जारी की गई है।
  • सौर ऊर्जा नीति-2022 के अनुसार राज्य में 2026-27 तक 16,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
  • राज्य सरकार अगले 5 वर्षों में 20 सौर शहरों को विकसित करेगी, जिसमें 10 लाख घरों में सोलर रूफटॉप इंस्टॉलेशन किये जायेंगे।
  • सौर शहरों के रूप में विकसित किए जाने वाले शहरों में मेरठ, वाराणसी, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद, मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, झांसी, मुजफ्फरनगर, मथुरा, आजमगढ़, अयोध्या और अलीगढ़ शामिल हैं।
  • राज्य के सरकारी भवनों और 21,000 से अधिक गैर- विद्युतीकृत प्राथमिक स्कूलों में रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन का भी प्रस्ताव है।
  • इसमें रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन को बढ़ावा देने के लिए की सब्सिडी का भी प्रस्ताव किया गया है। प्रस्तावित नीति के तहत छह एक्सप्रेस-वे पर सोलर प्लांट भी लगाए जाएंगे।

नीति के उद्देश्य

  • बुंदेलखंड क्षेत्र में ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर के विकास द्वारा सौर पार्कों को विकसित करना और छोटे विकेन्द्रीकृत ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना।
  • एक्सप्रेसवे एवं रेलवे ट्रैक के साथ सौर प्रतिष्ठानों को बढ़ावा देना और सौर परियोजनाओं की निकासी के लिए ट्रांसमिशन नेटवर्क को मजबूत करना है। कम लागत एवं विश्वसनीय बिजली प्रदान करना और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करना है।
  • पारंपरिक एवं नवीकरणीय ऊर्जा का ‘इष्टतम ऊर्जा मिश्रण’ प्राप्त करना, राज्य में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना और सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश के लिए उपयुक्त वातावरण सुनिश्चित करना है।