कोयला दहन भारत में उच्च वायु प्रदूषण के लिए उत्तरदायी
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के स्वच्छ कोयला केंद्र (International Energy Agency's Clean Coal Centre - IEACCC) के एक अध्ययन के अनुसार कोयला दहन भारत में होने वाले अत्यधिक वायु प्रदूषण के लिए उत्तरदायी है।
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष
- अध्ययन के अनुसार भारत में कोयला आधारित थर्मल पावर स्टेशन की मानव निर्मित उत्सर्जन में सबसे अधिक भूमिका है। इसके बाद परिवहन और अन्य औद्योगिक क्षेत्र का स्थान है।
- कोयला आधारित थर्मल पावर स्टेशन 50 प्रतिशत सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), 30 प्रतिशत नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx), लगभग 20 प्रतिशत पार्टिकुलेट मैटर (PM) का योगदान करते हैं।
- थर्मल पावर स्टेशनों में नवीनतम कार्बन कैप्चर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 भारत का पहला आर्द्रभूमि संरक्षण और प्रबंधान केन्द्र
- 2 वायनाड में इको-सेंसिटिव जोन का विरोध
- 3 राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन
- 4 मंदारिन बतख
- 5 भारत में गंभीर रूप से संकटग्रस्त- कैराकल
- 6 फिशिंग कैट संरक्षण अभियान
- 7 असम द्वारा ब्लैक-नेक्ड क्रेन का नामकरण
- 8 सर्दियों में फि़र बढ़ा प्रदूषण का स्तरः सीएसई रिपोर्ट
- 9 यूएनईपी की मेकिंग पीस विद नेचर रिपोर्ट
- 10 उत्तराखंड में हिमनद झील के टूटने से उत्पन्न बाढ़ त्रसदी
- 11 एक्सटिंक्शन रिबेलियन
- 12 विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन