श्रीलंका के राजनीतिक संकट का पटाक्षेप
महिंदा राजपक्षे के प्रधानमंत्री पद से त्याग-पत्र देने और 16 दिसंबर, 2018 को राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना द्वारा रानिल विक्रमसिंघे को फिर से प्रधानमंत्री हेतु पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराये जाने के साथ ही द्वीपीय देश श्रीलंका के राजनीतिक संकट का पटाक्षेप हो गया। इस प्रकार से विक्रमसिंघे 50 दिन बाद फिर से सत्ता में वापस लौट आए।
- ध्यातव्य हो कि राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे दो विपक्षी धुरी के नेता हैं पर काम साथ-साथ कर रहे थे। राजपक्षे को प्रधानमंत्री बनाने हेतु रानिल विक्रमसिंघे को 26 अक्टूबर, 2018 को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया और चुनाव हार ....
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