यूरोपीय संघ ग्रीन डील
- हाल ही में यूरोपीय संघ द्वारा जलवायु परिवर्तन पर अतिरिक्त उपायों की एक घोषणा, यूरोपीय संघ ग्रीन डील (European Union Green Deal) की गई है। बेल्जियम के ब्रूसेल्स में यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में 2050 तक जलवायु तटस्थ (climate neutral) बनने, जिसे नेट जीरो एमिशन समझौता भी कहा जाता है पर सहमति बन गई है। यूरोपीय संघ ने समझौता किया है कि साल 2050 तक यूरोपीय संघ के सदस्य देश क्लाइमेट न्यूट्रल हो जाएंगे। हालांकि, 13 दिसंबर, 2019 को पोलैंड इस समझौते से बाहर हो गया।
- पोलैंड में 80 प्रतिशत ऊर्जा उत्पादन कोयले की मदद से होता है, इसलिए पोलैंड ने फिलहाल ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता
- 2 IBCA की पहली सभा का आयोजन
- 3 तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3)
- 4 भागीरथी इको सेंसिटिव ज़ोन (BESZ)
- 5 30x30 लक्ष्य
- 6 ग्लेशियर संरक्षण पर उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 7 हाल ही में चर्चा में रही महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 8 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 9 भारत का पहला ध्रुवीय अनुसंधान पोत
- 10 एनवीस्टैट्स इंडिया 2025: पर्यावरण सांख्यिकी
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक 2020
- 2 यूरोपीय संघ द्वारा जलवायु आपातकाल की घोषणा
- 3 जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2020
- 4 कार्बेट टाइगर रिजर्व में गैंडों को बसाया जाएगा
- 5 केरल के पथानामथिट्टा में बार हेडेड हंस पहली बार देखा गया
- 6 कोयला मंत्रलय सतत विकास प्रकोष्ठ का गठन करेगा
- 7 सांभर झील के प्रबंधन के लिए समिति का गठन
- 8 राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक
- 9 एशियाई हाथी विशेषज्ञ समूह की 10वीं बैठक
- 10 नेशनल ग्रीन कॉर्प्स इकोक्लब प्रोग्राम पर बैठक
- 11 यूएनईपी उत्सर्जन अंतराल रिपोर्ट 2019
- 12 ग्लोबल कार्बन बजट 2019
- 13 विश्व के खाद्य उत्पादन में एक-चौथाई गिरावट की आशंका