कार्बन कैप्चर और स्टोरेज

  • वैश्विक विज्ञान एवं नीति संस्थान क्लाइमेट एनालिटिक्स की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपाय के रूप में एशियाई देशों द्वारा कार्बन कैप्चर और स्टोरेज (CCS) तकनीक को तेजी से अपनाना विपरीत असर डाल सकता है।
  • इससे यह क्षेत्र लंबे समय तक जीवाश्म ईंधन पर निर्भर रह सकता है और 2050 तक लगभग 25 बिलियन टन अतिरिक्त CO₂ उत्सर्जन हो सकता है।
  • कार्बन कैप्चर और स्टोरेज (CCS) ऐसी तकनीक है जिसमें उद्योगों और बिजली संयंत्रों से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को पकड़कर (Capture), उसे सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया जाता है और फिर भूमिगत चट्टानों या भंडारण स्थलों ....
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