भारत में माइक्रोबायोम
- 19 नवंबर से 22 नवंबर, 2018 के मध्य पुणे में सूक्ष्मजीव (Micro-biome) शोध पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। मानव सूक्ष्मजीव अध्ययन का क्षेत्र अभी भारत में अपने शुरुआती दौर में है।
मानव सूक्ष्मजीव और शोध का महत्व
- मानव शरीर में सूक्ष्मजीवों के विभिन्न समुदाय होते हैं, जो मुख्य रूप से जीवाणु होते हैं। इन्हें ‘मानव सूक्ष्मजीव’ (Human Micro-biome) कहा जाता है। ये जीव मेजबान शरीर विज्ञान के कई पहलुओं जैसे- जटिल अपरिहार्य कार्बाेहाइड्रेट और वसा को आवश्यक विटामिन बनाने, प्रतिरक्षा प्रणाली बनाए रखने, रोगजनकों के िखलाफ रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करने तथा उपापचय में ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 बोस धातु
- 2 विक्रम एवं कल्पना: इसरो के हाई-स्पीड माइक्रोप्रोसेसर
- 3 AI इकोसिस्टम को बढ़ावा देने हेतु MeitY की प्रमुख पहलें
- 4 जीन में अति-संरक्षित तत्व (UCEs): लाखों वर्षों से बिना बदलाव के संरक्षित
- 5 हाइड्रोजन-संचालित फ्यूल सेल
- 6 जीन-संपादित केले
- 7 मेपल सिरप मूत्र रोग के लिए जीन थेरेपी
- 8 नासा का PUNCH मिशन और सौर चक्र
- 9 फायरफ्लाई का ब्लू घोस्ट
- 10 इसरो द्वारा सेमी-क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण

- 1 हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट
- 2 जीसैट-29
- 3 ग्रोथ-इंडिया टेलीस्कोप
- 4 ट्रांसजेनिक चावल के विकास से आर्सेनिक संचयन में कमी
- 5 अर्थ बायो जीनोम प्रोजेक्ट
- 6 स्पाइनेकर: मानव मस्तिष्क के समान सुपरकंप्यूटर
- 7 ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर
- 8 ह्यूमन माइक्रोबायोम प्रोजेक्ट
- 9 एलिसा एवं ईसीएस: टीबी परीक्षण की नवीन विधि
- 10 निमोनिया और डायरिया प्रोग्रेस रिपोर्ट 2018
- 11 सेल्यूलोज नैनो फाइबर: फसलों में रसायनों के छिड़काव की नवीन विधि
- 12 शक्ति: भारत का पहला स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर
- 13 किलोग्राम की मानक परिभाषा में संशोधन