भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन
- हाल ही में भारत और लक्जमबर्ग के मध्य पिछले 20 वर्षों में पहली बैठक का आयोजन किया गया। समिट का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया जिसमें भारत के प्रधानमंत्री ने भाग लिया।
प्रमुख बिंदु
- भारत और लक्जमबर्ग के प्रतिनिधियों ने साझा सिद्धांतों और लोकतंत्र, स्वतंत्रता, कानून के शासन और मानवाधिकारों के प्रति सम्मान और मूल्य आधारित द्विपक्षीय संबंध स्थापित करने पर बल दिया।
- भारत और लक्जमबर्ग के बीच वर्ष 1948 में कूटनीतिक संबंध स्थापित हुए थे और बीते सात दशक से भी अधिक समय में दोनों देशों के मध्य सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में काफी विस्तार देखने को मिला ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आतंकवाद वित्तपोषण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय से जुड़ा ईरान
- 2 नया रणनीतिक ईयू–भारत एजेंडा
- 3 सेविला ऋण फोरम का शुभारंभ
- 4 नाटो के ईंधन पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ेगा पोलैंड
- 5 गज़ा में संघर्षविराम हेतु गज़ा घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर
- 6 भारत COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष पुनः निर्वाचित
- 7 अरावली सम्मेलन 2025
- 8 स्प्रैटली द्वीपसमूह
- 9 कोरल ट्राएंगल
- 10 अधिक वज़न और मोटापे का वैश्विक परिदृश्य
- 1 चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध निर्माण एवं जल बम की रणनीति
- 2 UAE द्वारा गोल्डन वीजा प्रोग्राम का विस्तार
- 3 भारत-आसियान शिखर सम्मेलन
- 4 प्रशासनिक और बजटीय प्रश्न पर संयुक्त राष्ट्र सलाहकार समिति
- 5 ब्रिक्स आतंकवाद रोधी रणनीति
- 6 इथियोपिया में सशस्त्र संघर्ष एवं गृहयुद्ध की स्थिति
- 7 आर्मेनिया-अजरबैजान के मध्य शांति समझौता
- 8 अरिया फ़ॉर्मूला के तहत यूएनएससी की बैठक

