सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल जनवरी 2021

मनीष कुमार

नाम: मनीष कुमार पिता का नाम एवं पेशा: श्री राम सनेही,शिक्षक माता का नाम: श्रीमती सुनीता देवी (गृहिणी) शैक्षिक योग्यता: स्नातक- मैथमेटिक्स_परास्नातक- भूगोल। अभिरुचियां: फिल्में देखना,संगीत सुनना एवं ज्वनतपेउ आदर्श व्यक्ति: ई- श्रीधरन (मैट्रो मैन), टीएन शेषन, स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षः धैर्य एवं संयम- सकारात्मक पक्ष। अतिभावुकता- नकारात्मक पक्ष वैकल्पिक विषय: भूगोल टाइम मैनेजमेंट और बेहतर रणनीति, सफलता का मूल मंत्र है सि-स- क्रॉनिकलः यूपीपीसीएस 2018 में शानदार सफलता के लिए आपको हार्दिक बधाई। आपकी सफलता में परिवार, मित्रें व शिक्षकों का सहयोग कैसा रहा? आपकी पृष्ठभूमि ने आपकी सफलता में

देवेन्द्र प्रताप सिंह

नाम: देवेन्द्र प्रताप सिंह पिता का नाम एवं पेशा: श्री श्रीराम यादव (अभियोजन अधिकारी) माता का नाम: श्रीमती रामकन्या देवी (गृहिणी) शैक्षिक योग्यता: सिविल इंजीनियरिंग (MNNIT Allahabad) अभिरुचियांः ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जगहों पर घूमना, आध्यात्मिक ज्ञान हासिल करना, महापुरुषों की जीवनी पढ़ना। आदर्श व्यक्तिः श्री रामकृष्ण परमहंस, महात्मा गांधी, मेरे पिता। वैकल्पिक विषयः समाजशास्त्र सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षः आत्मविश्वास, आत्मप्रेरणा एवं सकारात्मकता से भरपूर होना सकारात्मक पक्ष है। भावनात्मक होना- नकारात्मक पक्ष। यूपीपीसीएस 2018 में पहले प्रयास में SDM पद पर चयन अन्य उपलब्धियांः IB ACIO, UPSC (CSE) 2018, UPSC CAPF (2019) के

विनय कुमार

नाम: विनय कुमार पिता का नाम एवं पेशा: श्री जय नारायण सिंह, कृषक माता का नाम: स्व- कल्प देवी शैक्षिक योग्यता: बी-ए- (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) अभिरुचियां: किताबें पढ़ना, संगीत सुनना एवं लोगों से बात करना आदर्श व्यक्ति: महात्मा गांधी एवं मेरे पिता जी सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्ष: आशावादी, धैर्यशील, सहानुभूति मेरा सकारात्मक पक्ष है, जबकि लोगों पर जल्दी विश्वास करना व भावुक होना मेरा नकारात्मक पक्ष है। वैकल्पिक विषय: इतिहास पूर्व चयन: प्राथमिक शिक्षक, एलटी ग्र्रेड शिक्षक, ग्राम विकास अधिकारी उत्कृष्ट उत्तर लेखन शैली हेतु प्रश्न के उत्तर को शुरू करने से पहले उसकी फ्रेमिंग अवश्य करें सि-स- क्रॉनिकलः यूपीपीसीएस 2018 में शानदार सफलता के लिए आपको हार्दिक बधाई। आपकी सफलता

अनीता कुमारी

नाम: अनीता कुमारी पिता का नाम एवं पेशा: शिवचरण (पोस्टमैन) माता का नाम: श्रीमती निर्मला देवी (गृहिणी) शैक्षिक योग्यताः परास्नातक एवं विधि स्नातक (राम मनोहर लोहिया फैजाबाद वि-वि) अभिरुचियांः कविताएं लिखना आदर्श व्यक्तिः डॉ- एपीजे अब्दुल कलाम सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षः नवाचारी होना- सकारात्मक पक्ष। अधिक भावुक होना- नकारात्मक पक्ष वैकल्पिक विषय: ‘राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध’ पूर्व चयनः N/A पूछे गए प्रश्न के सभी आयामों को कवर कर निष्कर्ष के साथ उत्तर लिखने का प्रयास करें सि-स- क्रॉनिकलः यूपीपीसीएस 2018 में शानदार सफलता के लिए आपको हार्दिक बधाई। आपकी सफलता में परिवार, मित्रें व शिक्षकों का

निबन्ध

गलत सूचनाओं के प्रसार से जन्म लेता सूचना का संकट

डॉ- दुर्गेश सिंहसूचना का महत्व हम महाभारत के उस दृष्टांत में देख सकते हैं, जिसमें द्रोणाचार्य को भीम द्वारा उनके पुत्र अश्वत्थामा की मृत्यु के बारे में गलत सूचना दी गई जिसका परिणाम यह हुआ कि हाथ में अस्त्र के होते हुए युद्ध में अजेय रहने का सामर्थ्य रखने वाले द्रोणाचार्य ने हतोत्साहित होकर शस्त्र रख दिया और स्वयं मृत्यु को प्राप्त हो गए। अर्थात सूचना का मिथ्यात्व समाज को सदा से प्रभावित करता आ रहा है तथा विभिन्न समाजों को इसके अप्रत्याशित परिणाम का सामना भी करना पड़ा है।सूचना की प्रबल उपयोगिता एवं इसके प्रभाव के कारण ही

राष्ट्रीय परिदृश्य

पीआईबी कॉर्नर

इन फोकस

भारत में राइट टू रिकॉल: प्रयास एवं व्यावहारिकता

हरियाणा विधानसभा ने 6 नवंबर, 2020 को हरियाणा पंचायती राज (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2020 पारित किया; यह विधेयक पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों को 'वापस बुलाने का अधिकार' (Right to Recall) प्रदान करता है। यह विधेयक ग्रामीण निकायों में महिलाओं को 50% आरक्षण तथा पिछड़े वर्गों में से "अत्यधिक वंचित" लोगों के लिए 8% आरक्षण का भी प्रावधान करता है। यह विधेयक ग्राम सरपंचों, ब्लॉक-स्तरीय पंचायत समितियों के सदस्यों तथा जिला-स्तरीय जिला परिषदों के सदस्यों को प्रदर्शन करने में विफल रहने पर 'वापस बुलाने' (Recall) की अनुमति प्रदान करता है। विधेयक के लागू होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को ग्राम

धारणीय कृषि की आवश्यकता एवं संभावनाएं

अंतरराष्ट्रीय कृषि वहनीयता संगठन (IAAS) ने अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय के पोषण तथा खाद्य विज्ञान विभाग के सहयोग के साथ 6 से 9 नवंबर 2020 के मध्य एक वेबिनार के जरिये अंतरराष्ट्रीय कृषि नवाचार सम्मेलन 2020 का आयोजन किया। इस वेबिनार में 26 देशों के विशेषज्ञों ने कोविड-19 के दौर में धारणीय कृषि (Sustainable Agriculture) की आवश्यकता पर चर्चा की। अंतरराष्ट्रीय कृषि वहनीयता संगठन, एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसका उद्देश्य धारणीय कृषि से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है। धारणीय कृषि क्या है? यह कृषि की ऐसी पद्धति है जो मौजूदा

राष्ट्रीय मुद्दे

टेलीविजन रेटिंग से संबंधित दिशानिर्देशों की समीक्षा

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ‘भारत में टेलीविजन रेटिंग एजेंसियों से संबंधित दिशानिर्देशों’ (Guidelines on Television Rating Agencies in India) की समीक्षा के लिए 4 नवंबर, 2020 को एक समिति का गठन किया। टेलीविजन रेटिंग एजेंसियों पर ये दिशानिर्देश सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014 में अधिसूचित किये गए थे। टेलीविजन रेटिंग एजेंसियों से संबंधित इन मौजूदा दिशानिर्देशों को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) से संबंधित समिति एवं संसदीय समिति द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श तथा दूरसंचार नियामक प्राधिकरण आदि से प्राप्त सिफारिशों के बाद अधिसूचित किया गया था। नई गठित की गई समिति किसी भी

महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद

हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि बेलगावी, करवार और निपानी को महाराष्ट्र में शामिल किया जाना चाहिए। इस बयान की कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा द्वारा निंदा की गई थी, उन्होंने कहा कि पवार की टिप्पणी ‘आग भड़काने’ का एक प्रयास है। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2019 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेलगावी (पूर्व में बेलगाम) जिले को ‘कर्नाटक के कब्जे वाला महाराष्ट्र’ (Karnataka occupied Maharashtra) कहा था। महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद वर्ष 1957 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के लागू होने से हताश महाराष्ट्र ने कर्नाटक

राजव्यवस्था

मध्यस्थता एवं सुलह (संशोधन) अध्यादेश, 2020

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 4 नवंबर, 2020 को मध्यस्थता एवं सुलह अधिनियम 1996 में संशोधन के उद्देश्य से मध्यस्थता एवं सुलह (संशोधन) अध्यादेश, 2020 [Arbitration and Conciliation (Amendment) Ordinance, 2020] प्रख्यापित किया। मध्यस्थता समझौते के आधार पर पारित या धोखाधड़ी / भ्रष्टाचार से प्रभावित मध्यस्थता आदेशों का प्रवर्तन अब बिना शर्त रोका जा सकता है। यह अध्यादेश मध्यस्थता एवं सुलह अधिनियम 1996 की 8वीं अनुसूची को निरसित करता है। यह अनुसूची मध्यस्थों की योग्यता और अनुभव से संबंधित है। यह संशोधन धोखाधड़ी से संबंधित मध्यस्थता के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित निर्णयों के अनुरूप है। पृष्ठभूमि मध्यस्थता प्रक्रिया को उपयोगकर्ता के

सामाजिक न्याय

ट्रांसजेंडर लोगों के लिए नेशनल पोर्टल

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए प्रमाण पत्र और पहचान पत्र हेतु आवेदन करने के लिए 25 नवंबर, 2020 को एक राष्ट्रीय पोर्टल का शुभारंभ किया। ट्रांसजेंडर लोगों के लिए नेशनल पोर्टल (National Portal for Transgender Persons) को ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों के संरक्षण) नियम, 2020 के 29 सितंबर, 2020 को अधिसूचित होने के दो माह के भीतर विकसित किया गया। मुख्य बिंदु यह पोर्टल (transgender.dosje.gov.in) ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को किसी भी सरकारी कार्यालय में जाए बिना डिजिटल रूप से प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के लिए आवेदन करने में मदद करेगा। ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों के संरक्षण) अधिनियम, 2019 के

संस्थान एवं निकाय

सतर्कता मंजूरी प्रस्ताव ईमेल के माध्यम से लेगा सीवीसी

केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने 1 नवंबर, 2020 से बोर्ड स्तर, अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों की नियुक्ति, मनोनयन, पदोन्नति एवं अन्य संबंधित मुद्दों के लिए सतर्कता मंजूरी से संबंधित सभी प्रस्तावों को ईमेल के माध्यम से प्राप्त करने का निर्णय लिया है। अपने एक आदेश के माध्यम से, आयोग ने मंत्रालयों और विभागों को केवल ईमेल के जरिये ही आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रस्ताव भेजने के लिए कहा। सतर्कता मंजूरी (Vigilance clearance) आयोग की सतर्कता नियमावली (vigilance manual) के अनुसार, सीवीसी ने लोक सेवकों की कुछ श्रेणियों के संबंध में सतर्कता मंजूरी प्राप्त करने के निर्देश जारी किए

कला एवं संस्कृति

नगालैंड का हॉर्नबिल महोत्सव

कोरोनोवायरस महामारी के चलते नगालैंड द्वारा पहली बार हॉर्नबिल महोत्सव (Hornbill Festival) के 21वें संस्करण का आयोजन वर्चुअल मंच के माध्यम से किया जा रहा है। इस बार यह महोत्सव 1 से 5 दिसंबर, 2020 के मध्य 3 राष्ट्रीय व क्षेत्रीय न्यूज़ चैनलों के माध्यम से आयोजित हो रहा है। पर्यटन अधिकारियों के अनुसार इस आभासी आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का प्रदर्शन किया जाएगा। हॉर्नबिल फेस्टिवल जनजातियों के बीच आपसी बातचीत को प्रोत्साहित करने तथा नगालैंड की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नगालैंड सरकार प्रत्येक वर्ष दिसंबर के पहले सप्ताह में हॉर्नबिल महोत्सव आयोजित करती है। यह

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ऑनलाइन आयोजन

संस्कृति मंत्रालय ने ऑनलाइन मोड में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए 16 अक्टूबर, 2020 को इससे संबंधित दिशानिर्देश जारी किए। इन दिशानिर्देशों के माध्यम से अब कलाकार महामारी के दौर में भौतिक रूप से कार्यक्रम आयोजित करने में असमर्थ होने के बावजूद सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। मंत्रालय के अनुसार ये दिशानिर्देश कलाकारों को निरंतर वित्तीय सहायता सुनिश्चित करेंगे और वर्तमान संकट से निपटने में मदद करेंगे। संस्कृति मंत्रालय ने उन कलाकारों / संगठनों को वर्चुअल तरीके से अपनी प्रस्तुतियां देने के लिए दिशानिर्देश भी जारी किए हैं जिनके लिए पहले से ही कला संस्कृति विकास योजना के विभिन्न

राष्ट्रीय सुरक्षा

रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया नीति 2020

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 28 सितंबर, 2020 को नई दिल्ली में रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया-2020 (Defence Acquisition Procedure-2020) का अनावरण किया। यह नई रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया नीति 1 अक्टूबर 2020 से लागू हो गई। रक्षा खरीद प्रक्रिया नीति पहली बार वर्ष 2002 में प्रख्यापित की गई थी। बढ़ते घरेलू उद्योग को प्रोत्साहन देने तथा रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए समय-समय पर नई रक्षा खरीद प्रक्रिया नीतियां जारी की गईं। रक्षा मंत्री ने अगस्त 2019 में रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया-2020 (DAP-2020) तैयार करने के लिए महानिदेशक (अधिग्रहण) अपूर्वा चंद्रा की अध्यक्षता में मुख्य समीक्षा समिति के गठन को मंजूरी

कार्यक्रम एवं पहल

विविध

राष्ट्रीय मानसून मिशन

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 3 नवंबर, 2020 को नई दिल्ली के पृथ्वी भवन में आयोजित एक समारोह में नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) की एक रिपोर्ट जारी की। बता दें कि एनसीएईआर एक स्वतंत्र, गैर लाभकारी आर्थिक नीति अनुसंधान थिंक टैंक है जो नई दिल्ली में स्थित है। ‘मानसून मिशन एवं उच्च निष्पादन कम्प्यूटिंग सुविधाओं में निवेश के आर्थिक लाभ का अनुमान’ नामक इस रिपोर्ट के अनुसार ‘राष्ट्रीय मानसून मिशन’ (National Monsoon Mission) तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के उच्च-प्रदर्शन कम्प्यूटिंग कार्यक्रमों पर सरकार द्वारा खर्च किए गए प्रत्येक रुपये के लिए देश को 50

पराली दहन से निपटने की नई जैव अपघटक तकनीक

पराली दहन (stubble burning) की समस्या से निपटने हेतु एक समाधान खोजने के लिए दिल्ली के उत्तर पश्चिमी जिले के हिरंकी गाँव में नई जैव अपघटक तकनीक (bio-decomposer technique) का क्षेत्र परीक्षण किया गया। यह तकनीक किसानों को बिना पराली जलाए फसल अवशेषों के निपटान का एक बेहतर विकल्प प्रदान करती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 4 नवंबर, 2020 को यह घोषणा की गई कि पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान विभाग द्वारा जैव-अपघटक विलयन के रूप में विकसित पूसा बायो-डीकंपोज़र तकनीक, पराली दहन की समस्या को दूर करने में सफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री ने पंजाब और हरियाणा जैसे

संक्षिप्तिकी

मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा हेतु टास्क फोर्स

2 दिसंबर, 2020 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों सहित तकनीकी शिक्षा को मातृभाषा के अनुरूप ढालने के लिए रोडमैप तैयार करने हेतु एक टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स का गठन उच्च शिक्षा विभाग के सचिव अमित खरे की अध्यक्षता में किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग विभिन्न हितधारकों द्वारा किए गए सुझावों को ध्यान में रखेगा और एक महीने में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। मुख्य बिंदु यह टास्क फोर्स विभिन्न हितधारकों से सुझाव लेगा, उन पर विचार करेगा तथा एक माह में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। शिक्षा मंत्री ने यह निर्णय एक उच्च

आर्थिक परिदृश्य

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

सब्जियों एवं फ़ूलों के लिए उत्कृष्टता केंद्रः 5 नवंबर, 2020 को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन तथा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा भारत-डच संयुक्त कृषि कार्य योजना के तहत सब्जियों एवं फूलों के उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ किया गया। यह उत्कृष्टता केंद्र केरल के वायनाड जिले के अम्बालावयाल स्थित क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र (केरल कृषि विश्वविद्यालय) के परिसर में स्थापित किया गया। विदित हो कि वर्ष 2019-20 में भारत ने 319-57 मिलियन टन बागवानी उत्पादन किया है, जो अब तक का सर्वाधिक है। इसमें फल उत्पादन 100-45 मिलियन टन व सब्जी उत्पादन 185-88 मिलियन टन

योजना/परियोजना

केरल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क परियोजना

केरल सरकार ने 4 नवंबर, 2020 को आयोजित मंत्रिमंडलीय बैठक में 'केरल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क परियोजना' [Kerala Fibre Optic Network (KFON) Project] को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की। 1548 करोड़ रुपये की यह परियोजना उन परिवारों को भी सस्ती दर पर नेट कनेक्टिविटी प्रदान करेगी जो बीपीएल के दायरे में नहीं आते। केरल सरकार द्वारा यह परियोजना नवंबर 2019 में अनुमोदित की गई थी। केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (KSEB) के अध्यक्ष एनएस पिल्लई के अनुसार दिसंबर 2020 तक इस परियोजना का सम्पूर्ण काम पूरा कर लिया जाएगा। केरल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क नामक इस परियोजना में घरों और कार्यालयों को जोड़ने के लिए

राष्ट्रीय आय एवं जीडीपी

भारतीय अर्थव्यवस्था में वी-आकार की रिकवरी

वित्त मंत्रालय की नवीनतम मासिक आर्थिक समीक्षा के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में वी-आकार की रिकवरी (V-shaped recovery) देखी जा रही है क्योंकि मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सकल घरेलू उत्पाद में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (Q2) यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में गिरावट (पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में) 7.5 प्रतिशत रही, जो अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत थी। मुख्य बिंदु वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर सकल घरेलू उत्पाद में 7.5% का संकुचन जीडीपी विकास दर में तिमाही-दर-तिमाही आधार

उद्योग एवं व्यापार

अर्थव्यवस्था के 10 क्षेत्रों हेतु उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना

केंद्र सरकार ने अगले 5 वर्षों में लगभग 1.46 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित परिव्यय के साथ अर्थव्यवस्था के 10 क्षेत्रों में घरेलू विनिर्माण निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए ‘उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना’ (Production-Linked Incentive Scheme) का 11 नवंबर, 2020 को अनावरण किया। इसके लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएलआई योजना शुरू करने के नीति आयोग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। अर्थव्यवस्था के ये 10 क्षेत्र हैं: एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक/प्रौद्योगिकी उत्पाद, ऑटोमोबाइल एवं ऑटो घटक, फार्मास्यूटिकल्स ड्रग्स, दूरसंचार एवं नेटवर्किंग उत्पाद, वस्त्र उत्पाद, खाद्य उत्पाद, उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल, व्हाइट गुड्स तथा विशिष्ट स्टील। मुख्य बिंदु पीएलआई योजना

कृषि एवं संबंधित क्षेत्र

आईआईएसआर के जैविक कृषि मॉडल को राष्ट्रीय मान्यता

केरल के चेलावूर में स्थित आईसीएआर-भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (Indian Institute of Spices Research - IISR) को हाल ही में वर्ष 2020 के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत 'ऑर्गेनिक फार्मिंग पर ऑल इंडिया नेटवर्क प्रोग्राम' (All India Network Programme on Organic Farming- AI-NPOF) के सर्वश्रेष्ठ केंद्र के रूप में चुना गया। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पाइसेस रिसर्च द्वारा जैविक पैकेज तैयार कर एवं प्रयोगात्मक कृषि के माध्यम से जैविक कृषि पद्धति का सफल कार्यान्वयन किया गया; इसी वजह से इसे ऑर्गेनिक फार्मिंग पर ऑल इंडिया नेटवर्क प्रोग्राम का सर्वश्रेष्ठ केंद्र चुना गया। भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान द्वारा शुरू किया गया एकीकृत

समिति एवं आयोग

मुद्रा-बैंकिंग

निजी क्षेत्र के स्वामित्व से संबंधित सिफारिशें

रिजर्व बैंक द्वारा गठित एक आंतरिक कार्य समूह ने हाल ही में सिफारिश की है कि बड़े कॉरपोरेट और औद्योगिक घरानों को निजी बैंकों के प्रमोटर (प्रवर्तकों) बनने की अनुमति दी जानी चाहिए। आंतरिक कार्य समूह (IWG) का गठन 12 जून, 2020 को भारत के निजी क्षेत्र के बैंकों के लिए मौजूदा स्वामित्व दिशानिर्देशों तथा कॉरपोरेट संरचना की समीक्षा के लिए किया गया था। प्रमुख सिफारिशें आंतरिक कार्य समूह ने 15 वर्षों में निजी बैंकों में प्रमोटरों की हिस्सेदारी को मौजूदा 15% से बढ़ाकर 26% करने का प्रस्ताव किया है। बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 में आवश्यक संशोधन तथा बड़े औद्योगिक

संक्षिप्तिकी

10 राज्यों में 28 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को मंजूरी

21 नवंबर, 2020 को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुई बैठक में 320.33 करोड़ रूपए की परियोजना लागत के साथ 28 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को मंजूरी दी गई। 10 राज्यों में स्वीकृत इन परियोजनाओं से 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। इनमें पूर्वोत्तर भारत की 6 परियोजनाएं भी शामिल हैं। ये खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, असम और मणिपुर में स्थापित की जाएंगी। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत 3 मई

अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं संगठन

पीआईबी कॉर्नर

पीआईबी कॉर्नर

द फ़ाइव पार्टीजः हाल ही में चीन की अध्यक्षता में दक्षिण एशियाई देश चीन, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान के मध्य आभासी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों ने स्वयं को द फाइव पार्टीज का नाम दिया है। सम्मेलन का उद्देश्य कोविड-19 की दूसरी लहर पर सामूहिक प्रतिक्रिया एवं चर्चा करना है। इससे पूर्व चीन द्वारा अफगानिस्तान,नेपाल और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ कोरोना महामारी पर प्रतिक्रिया और आर्थिक सुधार में सहयोग को मजबूत करने हेतु एक बैठक की जा चुकी है। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (ADMM-Plus): दिसंबर 2020 में वियतनाम की अध्यक्षता

इन फोकस

जो बाइडेन की जीत का भारत-अमेरिका संबंधों पर प्रभाव

हाल ही में संपन्न अमेरिकी चुनावों में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर की जीत हुई_ वे अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। जो बाइडेन के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद से ही भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य को लेकर चर्चा जोरों पर है। भारत-अमेरिका संबंधो की पृष्ठभूमि जो बाइडेन पूर्व में अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। वे बराक ओबामा प्रशासन में उपराष्ट्रपति बनने से काफी पहले से ही भारत के साथ मजबूत संबंधों की वकालत करते रहे हैं। उपराष्ट्रपति के

क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी एवं भारत

हाल ही में 37वें आसियान शिखर सम्मेलन के अवसर पर एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 15 देशों ने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (Regional Comprehensive Economic Partnership– RCEP) के रूप में विश्व के सबसे बड़े मुक्त व्यापार ब्लॉक का गठन किया। प्रमुख बिन्दु यह समूह संभावित रूप से कम से कम 30%वैश्विक जीडीपी का प्रतिनिधित्व करेगा तथा अमेरिका-मैक्सिको-कनाडा समझौते और यूरोपीय संघ (EU) दोनों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में सबसे बड़े मुक्त व्यापार समझौते के रूप में उभर सकता है। यह मेगा व्यापार ब्लॉक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में फैले सदस्य देशों के मध्य व्यापार वाणिज्य को बढ़ावा देगा साथ ही सदस्य देश टैरिफ कम करेंगे

भारत के पड़ोसी देश

चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध निर्माण एवं जल बम की रणनीति

हाल ही में चीन ने तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी या यारलुंग जांगबो (Yarlung Zangbo) नदी की निचली धारा पर भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश की सीमा के समीप एक प्रमुख अनुप्रवाह जलविद्युत परियोजना (Downstream Hydropower Project)हेतु विशालकाय बांध निर्माण की अनुमति दे दी है। प्रमुख बिन्दु चीनी के स्वामित्व वाली पनविद्युत कंपनी पॉवरचाइना (POWERCHINA) ने अगले वर्ष प्रारम्भ होने वाली पंचवर्षीय योजना (2021-2025) के भाग के रूप में पनविद्युत के दोहन के लिये तिब्बत स्वायत क्षेत्र (Tibet Autonomous Region-TAR) की सरकार के साथ एक रणनीतिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। वर्ष 1962 के युद्ध के बाद वर्तमान समय में भारत-चीन संबंधों में

द्विपक्षीय संबंध

UAE द्वारा गोल्डन वीजा प्रोग्राम का विस्तार

हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates– UAE) ने अपने गोल्डन वीजा प्रोग्राम का विस्तार करते हुए इसके तहत कुछ पेशेवरों और विशिष्ट डिग्रीधारकों तथा अन्य लोगों को सम्मिलित करने की घोषणा की। प्रमुख बिन्दु इस नए निर्णय से डॉक्टरेट, मेडिकल डॉक्टरी डिग्री धारक, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोग्रामिंग, इलेक्ट्रिकल, बायोटेक्नोलॉजी व इंजीनियरिंग डिग्री धारक आदि इस वीजा प्रोग्राम का लाभ उठा सकेंगे। इसके अतिरिक्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बिग डेटा और एपिडेमियोलॉजी यानी महामारी विज्ञान के क्षेत्र में विशिष्ट डिग्रीधारक तथा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के ऐसे छात्र भी इस प्रोग्राम का लाभ उठा सकेंगे जिन्होंने 3.8

भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन

हाल ही में भारत और लक्जमबर्ग के मध्य पिछले 20 वर्षों में पहली बैठक का आयोजन किया गया। समिट का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया जिसमें भारत के प्रधानमंत्री ने भाग लिया। प्रमुख बिंदु भारत और लक्जमबर्ग के प्रतिनिधियों ने साझा सिद्धांतों और लोकतंत्र, स्वतंत्रता, कानून के शासन और मानवाधिकारों के प्रति सम्मान और मूल्य आधारित द्विपक्षीय संबंध स्थापित करने पर बल दिया। भारत और लक्जमबर्ग के बीच वर्ष 1948 में कूटनीतिक संबंध स्थापित हुए थे और बीते सात दशक से भी अधिक समय में दोनों देशों के मध्य सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में काफी विस्तार देखने को मिला है। महत्त्वपूर्ण मुद्दे दोनों

संगठन एवं फोरम

भारत-आसियान शिखर सम्मेलन

हाल ही में 17वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें भारत के प्रधानमंत्री द्वारा भागीदारी की गई। वर्चुअल रूप से आयोजित इस शिखर सम्मेलन में भारत सहित सभी दस आसियान सदस्य देशों के नेताओं ने भाग लिया। चर्चा के प्रमुख बिन्दु हिन्द-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific Region) सामंजस्यपूर्ण, प्रतिक्रियाशील और समृद्ध आसियान भारत के इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का प्रमुख आधार है तथा हिंद महासागर के लिये रणनीतिक विजन सागर (Security and Growth for All in the Region - SAGAR) के केंद्र में है। प्रधानमंत्री ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हिन्द-प्रशांत महासागरीय पहल और आसियान आउटलुक के बीच समन्वय को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित किया

प्रशासनिक और बजटीय प्रश्न पर संयुक्त राष्ट्र सलाहकार समिति

हाल ही में भारतीय राजनयिक विदिशा मैत्र को प्रशासनिक एवं बजट संबंधी प्रश्न (ACABQ) पर संयुक्त राष्ट्र की सलाहकार समिति का सदस्य चुना गया। प्रमुख बिन्दु इसके सदस्यों का चुनाव संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा व्यापक भौगोलिक प्रतिनिधित्व, व्यक्तिगत योग्यता और अनुभव के आधार पर किया जाता है। एशिया-प्रशांत देशों में से संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव मैत्र ने 126 वोट प्राप्त किए। मैत्र एशिया-प्रशांत राष्ट्रों के समूह से नामित हुए दो उम्मीदवारों में से एक हैं। इनका कार्यकाल 3 साल का होगा और यह एक जनवरी 2021 से प्रारम्भ होगा। यह जीत ऐसे समय में हुई है जब

ब्रिक्स आतंकवाद रोधी रणनीति

हाल ही में रूस की मेजबानी में 12वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को आभासी रूप से आयोजित किया गया। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री ने भी भागीदारी की। प्रमुख बिंदु यह शिखर सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ की पृष्ठभूमि में और COVID-19 महामारी के बीच आयोजित किया गया। इस वर्ष ब्रिक्स सम्मेलन की थीम थी- ‘वैश्विक स्थिरता, साझा सुरक्षा और नवाचारी वृद्धि’(Global Stability, Shared Security and Innovative Growth)। ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। ब्रिक्स सम्मेलन में भारत द्वारा संबोधित मुद्दे आतंकवादः भारतीय प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को दुनिया के सामने सबसे बड़ी समस्या बताया। उन्होंने आतंकवाद का समर्थन करने वाले

अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम

इथियोपिया में सशस्त्र संघर्ष एवं गृहयुद्ध की स्थिति

हाल ही में हॉर्न ऑफ अफ्रीका में स्थित इथियोपिया वर्तमान में सशस्त्र संघर्ष के कारण गृहयुद्ध की स्थिति में पहुँच गया है। इसके उत्तरी टिग्रे (Northern Tigray) क्षेत्र में आंतरिक संघर्ष बढ़ता जा रहा है। प्रमुख बिंदु इथियोपिया के उत्तरी टिग्रे क्षेत्र में शुरू हुए विद्रोह को समाप्त करने के लिये इथियोपिया सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही के चलते अब तक सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा हिंसा के कारण अब तक हजारों लोग इस क्षेत्र से विस्थापित हो चुके है। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद (वर्ष 2019 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता) के अनुसार यह सैन्य अभियान

आर्मेनिया-अजरबैजान के मध्य शांति समझौता

हाल ही में आर्मेनिया और अजरबैजान ने रूस की मध्यस्थता में नागोर्नाे-काराबाख(Nagorno-Karabakh) क्षेत्र में चल रहे सैन्य संघर्ष को समाप्त करने के लिये एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। प्रमुख बिन्दु शांति समझौते के अनुसार दोनों देश सीमा पर अपनी यथास्थिति बनाए रखेंगे तथा उस क्षेत्र से आगे नहीं बढ़ेंगे जहाँ उनकी सेनाएँ अभी मौजूद हैं। रूस द्वारा नागोर्नाे-काराबाख क्षेत्र में शांति सेना तैनात की गई है। शांति समझौते की शर्तों के अनुसार अजरबैजान उन क्षेत्रें पर अब अपना नियंत्रण कायम कर सकेगा जिसे उसने लड़ाई के दौरान आर्मेनिया से छीन लिया है। इस समझौते को अजरबैजान की जीत और आर्मेनिया की

मिशन एवं युद्धाभ्यास

मिशन सागर-II

2 नवंबर, 2020 को भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस ऐरावत, पोर्ट सूडान (Port Sudan) पहुंचा। भारत सरकार प्राकृतिक आपदाओं और कोरोनावायरस महामारी से उबरने में मित्र देशों की सहायता करने हेतु मिशन सागर-II का संचालन कर रही है। प्रमुख बिन्दु मिशन सागर-II मई-जून 2020 में संपन्न किये गए ‘मिशन सागर’ का ही एक अगला चरण है। मिशन सागर के तहत भारत ने मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, मेडागास्कर और कोमोरोस को खाद्य सहायता और दवाइयाँ उपलब्ध कराई थीं। वहीं अब मिशन सागर-II में आईएनएस ऐरावत द्वारा सूडान, दक्षिण सूडान, जिबूती और इरिट्रिया को खाद्यान्न सहायता पहुँचाएगा। मिशन का महत्त्व यह मिशन प्रधानमंत्री की सागर (Security

त्रिपक्षीय समुद्री युद्धाभ्यासः सिटमेक्स-20

हाल ही में भारतीय नौसेना, सिंगापुर की रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (RSN) और थाईलैंड की रॉयल थाई नेवी (RTN) के मध्य त्रिपक्षीय समुद्री युद्धाभ्यास सिटमेक्स-20 (SITMEX-20)का दूसरा संस्करण अंडमान सागर में संपन्न हुआ। प्रमुख बिन्दु यह अभ्यास कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बिना किसी संपर्क के सिर्फ सागर में (Non-contact, at sea only) आयोजित किया गया। इसका लक्ष्य तीनों मित्र देशों के मध्य समन्वय, सहयोग और साझेदारी का विकास करना है। भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित सिटमेक्स का पहला संस्करण सितम्बर 2019 में पोर्ट ब्लेयर से कुछ दूर सागर में किया गया था। 2020 के इस अभ्यास की मेजबानी रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी ने

विविध

अरिया फ़ॉर्मूला के तहत यूएनएससी की बैठक

हाल ही में अरिया फॉर्मूला (Arria Formula) के तहत बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में भारत ने अफगानिस्तान में तत्काल व्यापक युद्धविराम का आ“वान किया और देश में शांति स्थापित करने के सभी उपायों का स्वागत किया। प्रमुख बिन्दु अरिया फॉर्मूला (Arria Formula) के तहत बुलाई गयी यूएनएससी की बैठक में यह मांग संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी-एस- तिरुमूर्ति द्वारा रखी गई थी। अरिया फॉर्मूला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों की एक अनौपचारिक बैठक है जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सदस्यों द्वारा आयोजित की जाती है। भारत ने फिर से दोहराया है कि

संक्षिप्तिकी

चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा

हाल ही में चीन द्वारा सुरक्षा आधार पर हांगकांग की लेजिस्लेटिव काउंसिल से लोकतंत्र समर्थक 4 विपक्षी सांसदों को निलंबित किए जाने के बाद ब्रिटेन ने चीन पर अपने अंतरराष्ट्रीय संधि दायित्वों को तोड़ने का आरोप लगाया। प्रमुख बिन्दु संयुक्त घोषणा में कहा गया है कि हांगकांग के संबंध में चीन की मूल नीतियां अगले 50 वर्षों तक अपरिवर्तित रहेंगी तथा इसमें शहर की स्वायत्तता बरकरार रखने का भी वादा किया गया था। ब्रिटेन के अनुसार निर्वाचित विधानसभा सदस्यों को अयोग्य ठहराने संबंधी नए नियम कानूनी रूप से बाध्यकारी चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा का स्पष्ट उल्लंघन हैं। पृस्ठभूमि वर्ष 1840 में हुए अफीम युद्ध

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

पीआईबी कॉर्नर

इन फोकस

ओटीटी प्लेटफॉर्म का विनियमन एवं इसकी प्रासंगिकता

हाल ही में केंद्र सरकार ने द वायर, द प्रिंट जैसे ऑनलाइन न्यूज पोर्टल्स और नेटफ्रिलक्स, अमेजन प्राइम, सोनी लिव तथा हॉटस्टार जैसे अन्य ओवर द टॉप (Over The Top - OTT) प्लेटफॉर्म अथवा वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा प्रदाताओं को सूचना एवं प्रसारण मंत्रलय के दायरे में लाने की घोषणा की। प्रमुख बिंदु वर्तमान में इन प्लेटफॉर्म और पोर्टल्स पर उपलब्ध डिजिटल सामग्री को नियंत्रित करने वाला कोई कानून अथवा स्वायत्त निकाय नहीं है। ओवर द टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के दायरे में तो आते थे। किंतु प्रिंट और प्रसारण मीडिया के विपरीत उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर किसी भी मंत्रलय

अंतरिक्ष/ब्रह्माण्ड विज्ञान

EOS-01: भारत का नवीनतम पृथ्वी निगरानी उपग्रह

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से भारत के नवीनतम पृथ्वी निगरानी उपग्रह (Earth Observation Satellite-EOS-1)को प्रक्षेपित किया गया है। प्रमुख बिंदु कोविड-19 के कारण मार्च 2020 में लागू हुए लॉकडाउन के बाद यह इसरो द्वारा अंतरिक्ष प्रक्षेपण से जुड़ा पहला मिशन था। EOS-01 सैटेलाइट एक ऐसा अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है जिसका उद्देश्य कृषि और वानिकी तथा आपदा प्रबंधन में अनुप्रयोगों का समर्थन करना है। EOS-01 एक रडार इमेजिंग सैटेलाइट (Radar Imaging Satellite–RISAT) भी है, यह पिछले साल प्रक्षेपित किये गए RISAT-2B और RISAT-2BR1 उपग्रहों के साथ मिलकर काम करेगा। इसरो ने अपने इस

कंप्यूटर एवं रोबोटिक्स

भारत का सुपर कंप्यूटर परम सिद्धि शीर्ष 100 में

16 नवम्बर, 2020 को जारी रैंकिंग में उच्च कार्य प्रदर्शन वाले आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सुपर कंप्यूटर- परम सिद्धि (PARAM Siddhi) को विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली 500 नॉन-डिस्ट्रीब्यूटेड कंप्यूटर प्रणालियों (Non-distributed Computer Systems) में 63वां स्थान प्राप्त हुआ है। प्रमुख बिंदु परम सिद्धि उच्च प्रदर्शन वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुपरकंप्यूटर प्रणाली है जिसे राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (National Supercomputing Mission-NSM) के तहत निर्मित किया गया है तथा सी-डैक (C-DAC) में स्थापित किया गया है। परम सिद्धि सुपर कंप्यूटर स्वदेश में विकसित एचपीसी-एआई इंजन, सॉफ्टवेयर फ्रेमवर्क तथा क्लाउड प्लेटफॉर्म के साथ एनवीआईडीआईए डीजीएक्स सुपर-पीओडी रेफरेंस आर्किटेक्चर नेटवर्किंग (NVIDIA DGX Super-POD Reference Architecture Networking)पर आधारित है। मौसम के पूर्वानुमान

चिकित्सा विज्ञान

रक्षा प्रौद्योगिकी

कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी वागीर

हाल ही में भारतीय नौसेना की कलवरी श्रेणी की पांचवीं डीजल इलेक्ट्रिक अटैक पनडुब्बी आईएनएस वागीर (INS Vagir) को मुंबई के मझगांव डॉक पर लॉन्च किया गया। इस श्रेणी के अन्य पोत आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज, आईएनएस वेला और आईएनएस वाग्शीर (Vagsheer) हैं। प्रमुख बिन्दु इन पनडुब्बियों का डिजाइन फ्रांसीसी डिफेंस के प्रमुख नौसेना ग्रुप (DCNS) और स्पेन के स्वामित्व वाली इकाई नवेंटिया (Navantia) द्वारा डिजाइन और विकसित की गयी स्कॉर्पीन श्रेणी पनडुब्बियों के आधार पर तैयार किया गया है। इन पनडुब्बियों को प्रोजेक्ट-75 के तहत निर्मित किया जा रहा है। 6 कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों में से पहली आईएनएस

क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल

हाल ही में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation - DRDO) ने ओडिशा के तट पर चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम (Quick Reaction Surface-to-Air Missile - QRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। प्रमुख बिंदु इस हथियार प्रणाली के तहत उपकरणों का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड और निजी कंपनी एलएंडटी (L&T) के माध्यम से किया गया है। इस प्रकार यह प्रणाली पूरी तरह से स्वदेशी है। क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (Quick Reaction Surface-to-Air Missile: QRSAM) एक कनस्तर-आधारित प्रणाली है। यह विशेष रूप से डिजाइन किये गए

कृषि प्रौद्योगिकी

केसर की कृषि का पूर्वाेत्तर तक विस्तार

हाल ही में केसर की कृषि जो अभी तक कश्मीर तक ही सीमित थी अब उसका जल्द ही भारत के पूर्वाेत्तर क्षेत्र तक विस्तार हो सकता है। सिक्किम के दक्षिणी भाग यांगयांग में केसर के पौधों में पुष्पों का विकास प्रारंभ हो गया है। प्रमुख बिन्दु विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रलय (Ministry of Science and Technology)के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology) केसर की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये पूर्वाेत्तर के सिक्किम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश राज्यों में इसकी खेती को प्रोत्साहित कर रहा है। नॉर्थ ईस्ट सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एप्लिकेशन एंड रीच (NECTAR)विज्ञान और प्रौद्योगिकी

मौसम और भूगर्भ विज्ञान

डीप ओशन मिशन

भारत, शीघ्र ही एक महत्वाकांक्षी डीप ओशन मिशन की शुरुआत करेगा जो समुद्र में खनिजों, ऊर्जा और समुद्री विविधता की खोज की परिकल्पना करता है। प्रमुख बिन्दु डीप ओशन मिशन (Deep Ocean Mission) इसरो के अंतरिक्ष अन्वेषण के समान ही गहन महासागरीय अन्वेषण का प्रस्ताव करता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय इसका नोडल मंत्रलय है। 4000 करोड़ की लागत वाला यह मिशन भारत के विशाल विशेष आर्थिक क्षेत्र और महाद्वीपीय जल सीमा का पता लगाने के प्रयासों को बढ़ावा देगा। बहु-विषयक कार्य मंत्रलय और अन्य सरकारी विभागों जैसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक

सेंटिनल-6 सेटेलाइट एवं इसका महत्त्व

21 नवंबर, 2020 को महासागरों की निगरानी के लिए निर्मित कोपर्निकस सेंटिनल-6 माइकल फ्रेइलिच उपग्रह (Copernicus Sentinel-6 Michael Freilich Satellite) को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के माध्यम से कैलिफोर्निया के वांडेनबर्ग वायुसेना अड्डों से प्रक्षेपित किया गया। प्रमुख बिन्दु यह वैश्विक समुद्रीय स्तर में होने वाले परिवर्तनों की निगरानी करने से संबंधित मिशन का एक हिस्सा है। वैश्विक स्तर पर महासागरों में परिवर्तन पर नजर रखने के लिये वर्ष 1992 से लॉन्च किये गए अन्य उपग्रहों में टॉपेक्स (TOPEX)/पोसाइडन (Poseidon), जैसन-1 (Jason-1) और ओएसटीएन (OSTN)/ जैसन-2 (Jason-2)सम्मिलित हैं। सेंटिनल-6 बी (Sentinel-6B) भी इसी तरह का एक अन्य उपग्रह जिसे वर्ष 2025

विविध

थर्टी मीटर टेलीस्कोप परियोजना

वर्ष 2020 के भौतिकी नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर घेज ने दूरबीन परियोजना में प्रयुक्त बैक एंड उपकरणों से जुड़े तकनीकी पहलुओं के विकास में भारतीय खगोलविदों के साथ अहम भूमिका निभाई है। प्रमुख बिन्दु भारतीय खगोलविदों द्वारा थर्टी मीटर टेलीस्कोप प्रोजेक्ट पर नोबेल पुरस्कार विजेता के साथ सहयोग में कार्य किया जा रहा है। ब्रह्मांड के गूढ़ रहस्यों का पता लगाने के उद्देश्य से हवाई द्वीप के मौना की (Mauna Kea) में थर्टी मीटर टेलीस्कोप प्रोजेक्ट (TMT) की स्थापना की जा रही है। थर्टी मीटर टेलीस्कोप थर्टी मीटर टेलीस्कोप (Thirty Meter Telescope - TMT) विशालकाय टेलिस्कोप (Extremely Large Telescope - ELT) वाली एक अगली

संक्षिप्तिकी

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का एरियल स्पेस मिशन

हाल ही में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency– ESA) ने बाह्य ग्रहों की खोज के लिए औपचारिक रूप से एरियल (Ariel) मिशन पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। प्रमुख बिन्दु अब तक 4,000 से अधिक एक्सोप्लैनेट के अस्तित्व की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि हजारों अन्य ऐसे संभावित एक्सोप्लैनेट हैं जिन्हें एक्सोप्लैनेट घोषित करने हेतु और अधिक अवलोकन तथा परीक्षण किये जाने की आवश्यकता है। प्रॉक्सिमा सेंटॉरी बी (Proxima Centauri b)पृथ्वी का सबसे निकटतम एक्सोप्लैनेट है तथा यह 4 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। एक्सोप्लेनेटः हमारे सौरमंडल के बाहर स्थित अन्य ग्रह है जो सूर्य के अतिरिक्त

पर्यावरण एवं जैवविविधता

इन फोकस

निवार चक्रवात तथा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की भूमिका

हाल ही में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर निर्मित भीषण चक्रवाती तूफान निवार (NIVAR) तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्री तट से टकराया। इस दौरान दोनों स्थानों पर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। प्रमुख बिन्दु मौसम विभाग के अनुसार तटीय क्षेत्र से 110 किमी- प्रतिघंटे की गति से टकराने के बाद चक्रवात की गति कम हो गई और पुडुचेरी को पार करने बाद इसकी गति 85-95 किमी- प्रतिघंटा रह गई। चक्रवात के स्तर को भी ‘अति भीषण चक्रवाती तूफान’ से ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ में परिवर्तित कर दिया गया। इस वर्ष भारत में आने वाला यह चौथा चक्रवाती तूफान है। इससे

जैव-विविधाता

पन्ना टाइगर रिजर्व को यूनेस्को बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा

हाल ही में मध्य प्रदेश के पन्ना नेशनल पार्क को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने अपने वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व (WNBR) में सम्मिलित किया है। प्रमुख बिंदु पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व पंचमढ़ी और अमरकंटक के बाद बायोस्फीयर रिजर्व सूची में सम्मिलित होने वाला मध्य प्रदेश का तीसरा रिजर्व है। यह मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित है। इसे वर्ष 1981 में स्थापित किया गया था। यह मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में लगभग 540 वर्ग किमी- के क्षेत्र में विस्तृत है। यह क्षेत्र पन्ना व हीरा खनन के लिए प्रसिद्ध है। इस

प्रोजेक्ट लायनः कुनो-पालपुर के अतिरिक्त 6 पुनर्वास स्थलों की पहचान

हाल ही में भारतीय वन्यजीव संस्थान ने गुजरात वन विभाग के साथ मिलकर प्रोजेक्ट लायन के तहत कुनो-पालपुर वन्यजीव अभयारण्य के अतिरिक्त6 नए पुनर्वास स्थलों की पहचान की है। इन 6 स्थलों में सम्मिलित है- माधव राष्ट्रीय उद्यान (Madhav National Park), मध्य प्रदेश गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य (Gandhi Sagar Wildlife Sanctuary), मध्य प्रदेश सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य (Sitamata Wildlife Sanctuary),राजस्थान मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukundra Hills Tiger Reserve), राजस्थान कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य (Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary), राजस्थान जेसोर-बलराम अंबाजी वन्यजीव अभयारण्य और निकटवर्ती क्षेत्र (Jessore-Balaram Ambaji WLS and adjoining landscape), गुजरात शेरों के पुनर्वासन की आवश्यकता गुजरात के लगभग 30,000 वर्ग किमी क्षेत्र में शेरों की आबादी पायी जाती है,

पारिस्थितिक संवेदनशील क्षेत्र संबंधी याचिका

हाल ही में केरल स्थित एक गैर-सरकारी संगठन ने किसानों के लिये सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका दायर कर 6 राज्यों के 56,825 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को पश्चिमी घाट में पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (Ecologically Sensitive Areas in Western Ghats)घोषित करने वाले मसौदा अधिसूचना(Draft Notification) को चुनौती दी। प्रमुख बिन्दु इस गैर सरकारी संगठन ने अपनी याचिका में केंद्र सरकार से पश्चिमी घाट के संरक्षण और नो-गो (no-go)जोन के सीमांकन पर माधव गाडगिल और के कस्तूरीरंगन समितियों की सिफारिशों को लागू नहीं करने की अपील की है। याचिकाकर्ताओं के अनुसार मसौदा अधिसूचना 123 कृषि क्षेत्रें को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र

संरक्षण

डीम्ड वन का कर्नाटक सरकार द्वारा विवर्गीकरण

हाल ही में कर्नाटक सरकार द्वारा राज्य के 9.94 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फैले डीम्ड वनों के 6.64 लाख हेक्टेयर हिस्से को विवर्गीकृत (Declassified) कर राजस्व अधिकारियों को सौंपने की योजना बनाई जा रही है। प्रमुख बिन्दु प्रत्येक जिले के वन और भूमि रिकॉर्ड विभागों के अधिकारियों की अध्यक्षता में स्थानीय समितियों द्वारा डीम्ड वन क्षेत्रें की वास्तविक सीमा के अध्ययन के बाद यह कदम उठाया गया है। कर्नाटक में डीम्ड वनों का मुद्दा विवादास्पद रहा है जिसमें विभिन्न दलों द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि कृषि और गैर-वन भूमि क्षेत्रें को बड़ी मात्र में डीम्ड वन के रूप में अवैज्ञानिक

ट्रिस्टन दा कुन्हा द्वीप समुद्री संरक्षण क्षेत्र

हाल ही में दक्षिण अटलांटिक में अवस्थित ट्रिस्टन दा कुन्हा (Tristan da Cunha) द्वीप को लुप्तप्राय रॉकहॉपर पेंगुइन, पीले-नाक वाले अल्बाट्रॉस और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए एक समुद्री संरक्षण क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रमुख बिन्दु नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी के अभियान प्रकृति की पहल (Nature Initiative) के अनुसार पर्याप्त मछली भंडार जैसे लाभ प्राप्त करने के लिए दुनिया के 30%से अधिक महासागरों के पारिस्थितिक तंत्र को संरक्षित करने की आवश्यकता है। विश्व के महासागरों का केवल 4%ही संरक्षित है तथा मौजूदा समुद्री पार्कों और भंडारों का अधिकांश हिस्सा या तो खराब तरीके से प्रबंधित है या उनकी

भविष्य की महामारियों से निपटने के उपायों की आवश्यकता

जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के लिये अंतर-सरकारी विज्ञान-नीति मंच (Intergovernmental Science - Policy Platform on Biodiversity and Ecosystem - IPBES) द्वारा भविष्य की महामारियों से निपटने के उपायों की आवश्यकता के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की गई है। प्रमुख बिन्दु रिपोर्ट में चेतावनी दी गयी है कि यदि महामारियों से निपटने के महत्त्वपूर्ण उपाय नहीं किए जाते हैं तो भविष्य में ये महामारियाँ अधिक तीव्रता से उभरेंगी तथा अधिक तेजी से फैलेंगी और दुनिया को अधिक नुकसान पहुंचाएंगी। मार्च 2020 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने COVID-19 को महामारी घोषित किया था। यह महामारी वर्ष 1918 की स्पेनिश इन्फ्रलूएंजा महामारी

प्रदूषण

दिल्ली में स्मॉग वृद्धि एवं इसके प्रभाव

हाल ही में दिल्ली और आस-पास के वातावरण में उच्च प्रदूषण के कारण धूम्र-कोहरे अथवा स्मॉग (Smog) की मात्र में वृद्धि हुई है। दिल्ली में अक्टूबर 2020 में वायु प्रदूषण की मात्र अक्टूबर 2019 की तुलना में अधिक रही। धूम्र-कोहरा अथवा स्मॉग यह स्मॉग और फॉग से मिलकर बना है जिसका मतलब है स्मॉगी फॉग अर्थात् धुआं-युक्त कोहरा। इस कोहरे (Fog) में घूल के कणों और वायु प्रदूषकों जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड्स, ओजोन, कार्बन मोनोऑक्साइड, PM10 तथा वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों आदि का एक हानिकारक मिश्रण होता है। स्मॉग सौर-प्रकाश के साथ मिलकर धरातल के ऊपर ओजोन की घनी परत का

वनाग्नि से 4 हजार से अधिक प्रजातियों पर खतरे का संकट

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में बताया गया है कि दुनिया भर में जंगल में आग (वनाग्नि) लगने से 4,400 से अधिक प्रजातियों पर अस्तित्व का संकट उत्पन्न हो गया है। प्रमुख बिन्दु अध्ययन के अनुसार मानवीय गतिविधि के कारण वनाग्नि की घटनाओं में वृद्धि हुई है और यह अब पारिस्थितिक तंत्र को गंभीर रूप प्रभावित कर रही है। क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया), दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण अमेरिका के उष्णकटिबंधीय जंगलों से लेकर आर्कटिक क्षेत्र के टुंड्रा तक के जंगलों में आग लगने की घटनाओं में इतनी बढ़ोतरी पहले कभी नहीं देखी गई। विश्व

जलवायु परिवर्तन

पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका का बाहर होना तथा इसका प्रभाव

अमेरिका के नये राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन के निर्वाचित होने के बाद अब जलवायु परिवर्तन से संबंधित पेरिस समझौते में अमेरिका के पुनः सम्मिलित होने की संभावना बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि ट्रम्प प्रशासन के कार्यकाल में संयुक्त राज्य अमेरिका औपचारिक रूप से पेरिस समझौते से अलग हो गया था। प्रमुख बिन्दु ट्रम्प प्रशासन के अनुसार अमेरिका के इस निर्णय से सबसे अधिक लाभ अमेरिका के तेल, गैस और कोयला उद्योग को होगा। ट्रम्प प्रशासन के इस निर्णय से विकास और पर्यावरण के मध्य चयन का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। जानकारों का कहना है

विविध

पक्के टाइगर रिजर्व के ग्रीन सोल्जर्स को कोविड-19 के विरुद्ध बीमा कवर

हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में अवस्थित पक्के टाइगर रिजर्व (Pakke Tiger Reserve-PTR), ग्रीन सोल्जर्स (Green Soldiers) को COVID-19 के विरुद्ध बीमा कवर प्रदान करने वाला पूर्वाेत्तर का पहला टाइगर रिजर्व बन गया। प्रमुख बिंदु भारत के फ्रंटलाइन वन कर्मचारी अपर्याप्त स्वास्थ्य कवरेज के साथ सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करते हैं। इसलिये इन्हें ग्रीन सोल्जर (Green Soldier) कहा जाता है। COVID-19 के संक्रमण के कारण टाइगर रिजर्व के 57 फ्रंटलाइन कर्मचारियों का 9 महीने के लिये स्वास्थ्य बीमा कराया गया था। भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट Wildlife Trust of India - WTI) नामक एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) ने फाउंडेशन सर्ज (Foundation Serge) की सहायता से

संक्षिप्तिकी

महाबली मेढकः केरल का संभावित आधिकारिक उभयचर

केरल राज्य सरकार के अनुसार पश्चिमी घाट में पाए जाने वाले बैंगनी रंग के दुर्लभ महाबली/ मावेली मेढक (Mahabali/Maveli frog) को जल्द ही केरल का आधिकारिक उभयचर (Official Amphibian) घोषित किया जा सकता है। प्रमुख बिंदु महाबली (Mahabali frog) मेढक की खोज कुछ वर्ष पूर्व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस-डी- बीजू (S.D. Biju) द्वारा केरल के इडुक्की (Idukki) जिले में की गई थी। मेढक की दुर्लभ प्रजाति में शामिल महाबली मेंढक विश्व के अनोखे उभयचरों में से एक है। जो वर्ष के अधिकांश समय भूमिगत रहता है। इसका वैज्ञानिक नाम नासिकाबैट्रेकस सह्याद्रेंसिस (Nasikabatrachus Sahyadrensis) है। यह IUCN की रेड लिस्ट में एंडेंजर्ड (Endangered)

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राज्यनामा

विशेष

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