क्रिप्टोकरेंसी से अर्थव्यवस्था का डॉलराइजेशन
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक संसदीय पैनल को बताया है कि क्रिप्टोकरेंसी भारतीय अर्थव्यवस्था के एक हिस्से के डॉलराइजेशन (Dollarization) का कारण बन सकती है।
डॉलराइजेशन क्या है?
- अर्थव्यवस्था में डॉलरीकरण का तात्पर्य मुद्रा प्रतिस्थापन के एक रूप से है, जहां डॉलर का उपयोग किसी देश की स्थानीय मुद्रा के अतिरिक्त या उसके स्थान पर किया जाता है। क्रिप्टो मुद्राएं का मूल्य डॉलर प्रधान होता है, जिन्हें विदेशी निजी संस्थाओं द्वारा भी जारी किया जाता हैं, जिससे अर्थव्यवस्था का डॉलरीकरण हो सकता है।
डी-डॉलराइजेशन (De-Dollarisation) क्या है
- वैश्विक बाजारों में डॉलर के प्रभुत्व को कम ....
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