दुर्लभ बीमारियों के निदान हेतु राष्ट्रीय नीति का मसौदा
- केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रलय द्वारा 450 दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए एक राष्ट्रीय नीति का मसौदा प्रकाशित किया गया है। केंद्र ने पहली बार 2017 में इस तरह की नीति तैयार की और इसकी समीक्षा के लिए 2018 में एक समिति नियुक्त की थी।
- भारत में, लगभग 450 दुर्लभ बीमारियों को तृतीयक अस्पतालों से दर्ज किया गया है, जिनमें से सबसे आम हैं हीमोफिलिया, थैलेसीमिया, सिकल-सेल एनीमिया, ऑटो-इम्यून रोग और सिस्टेम फाइब्रोसिस।
- नीति के अनुसार, दुर्लभ बीमारियों से पीडि़त उन रोगियों को 15 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी, जिन्हें राष्ट्रीय आरोग्य निधि योजना के तहत एकमुश्त ....
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