भारत की वैक्सीन कूटनीति
- हाल ही में भारत ने कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण शुरू करने के कुछ दिनों बाद अपने दक्षिण एशियाई पड़ोसियों और प्रमुख साझेदार देशों को स्वदेशी रूप से निर्मित कोविड-19 वैक्सीन की लाखों खुराक भेजना शुरू कर दिया है।
प्रमुख बिन्दु
- कोविड-19 महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए परीक्षण किट, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, वेंटिलेटर और अन्य देशों को दवाओं की खेप भेजे जाने के बाद भारत अब ‘वैक्सीन कूटनीति’ (vaccine diplomacy) के साथ उन तक पहुंच बढ़ा रहा है।
- इसी परिप्रेक्ष्य में भारत ने अपने पड़ोसी और प्रमुख साझेदार देशों को कोविड-19 वैक्सीन प्रदान करने का निर्णय ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आतंकवाद वित्तपोषण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय से जुड़ा ईरान
- 2 नया रणनीतिक ईयू–भारत एजेंडा
- 3 सेविला ऋण फोरम का शुभारंभ
- 4 नाटो के ईंधन पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ेगा पोलैंड
- 5 गज़ा में संघर्षविराम हेतु गज़ा घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर
- 6 भारत COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष पुनः निर्वाचित
- 7 अरावली सम्मेलन 2025
- 8 स्प्रैटली द्वीपसमूह
- 9 कोरल ट्राएंगल
- 10 अधिक वज़न और मोटापे का वैश्विक परिदृश्य

