धरणीकोटा का प्राचीन मंदिर एवं काकतीय राजवंश
- काकतीय राजवंश के शक्तिशाली शासक सम्राट गणपति देव (Emperor Ganapati Deva) द्वारा निर्मित एक मंदिर को स्थानीय देवी बालूसुलामा (Balusulamma) के निवास स्थान में बदल दिया गया है।
- इस मंदिर का निर्माण वर्तमान आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती के पास धरणीकोटा (Dharanikota) में किया गया था।
- 13वीं शताब्दी के इस मंदिर की पीठासीन देवी काकती देवी (Kakati Devi) थीं, जो काकतीय शासकों की कुलदेवी थीं।
- लम्बे समय तक बिना किसी रखरखाव के चलते इस मंदिर की अधिष्ठात्री देवी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई।
- जिसके बाद धरणीकोटा के ग्रामीण, जिन्हें मंदिर के पवित्र अतीत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, ने बालूसुलामा की मूर्ति ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 2 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी
- 3 भारत की 6 संपत्तियां यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल
- 4 पेप्सू मुजारा आंदोलन
- 5 कम्ब रामायण संरक्षण एवं संवर्धन पहल
- 6 सूफ़ी संगीत महोत्सव : जहान-ए-ख़ुसरो
- 7 सोमनाथ मंदिर: आस्था एवं पुनर्जागरण का प्रतीक
- 8 श्री लंकामल्लेश्वर अभयारण्य में प्राचीन शिलालेख एवं शैलचित्रों की खोज
- 9 ढोकरा शिल्पकला
- 10 विजय दुर्ग