रेड इयर्ड स्लाइडर कछुआ
हाल ही में केरल वन अनुसंधान संस्थान (Kerala Forest Research Institute) द्वारा किए गए शोध के अनुसार, केरल के सार्वजनिक जल निकायों में रेड इयर्ड स्लाइडर कछुए (Red-eared Slider Turtle) की उपस्थिति चिंता का कारण बन गई है।
मुख्य बिंदु
- अन्य स्थानीय कछुओं की किस्मों की तुलना में यह प्रजाति तेजी से प्रजनन करती है और स्थानीय जलीय जीवों के लिए खतरा बन जाती है।
- कछुओं की यह प्रजाति लगभग सभी जलीय वनस्पति खाती है, और स्थानीय देशी प्रजातियों के साथ आहार के लिए प्रतिस्पर्धा करती है।
- रेड इयर्ड स्लाइडर कछुए तुलनात्मक रूप से देशी ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व