अपशिष्ट प्लास्टिक से डीजल बनाने का संयंत्र
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने 27 अगस्त, 2019 को देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) में ‘अपशिष्ट प्लास्टिक से डीजल बनाने के संयंत्र’ (waste plastic to diesel plant) का उद्घाटन किया।
- इस संयंत्र की तकनीक देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा गेल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से विकसित की गई है। भारतीय पेट्रोलियम संस्थान की एक टीम पिछले 10 वर्षों से 15 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर काम कर रही थी।
- इस संयंत्र में एक टन प्लास्टिक कचरे से 800 लीटर डीजल प्रतिदिन बनाया जा सकता है। इस संयंत्र में बनने वाले ईंधन में आमतौर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 मानवजनित SO2 का शीर्ष उत्सर्जक भारत
- 2 जुलाई 2019 अभी तक दर्ज सबसे गर्म माह
- 3 आर्कटिक क्षेत्र में माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण
- 4 अपशिष्ट समाधान की बायोरेमीडिएशन तकनीक
- 5 वन जैव विविधता से संबंधित पहला वैश्विक आकलन
- 6 बिहार का पहला सामुदायिक रिजर्वः गोगाबील
- 7 जल गुणवत्ता का अदृश्य संकटः विश्व बैंक रिपोर्ट
- 8 वनीकरण हेतु 47,436 करोड़ की राशि जारी