अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल पलाऊ
ओशिनिया में स्थित 500 से अधिक द्वीपों वाला द्वीपीय देश- पलाऊ, 16 जुलाई, 2019 को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance - ISA) में शामिल होने वाला 76वां हस्ताक्षरकर्ता देश बन गया।
आईएसए की आवश्यकता क्यों है?
- आईएसए के अंतर्गत आने वाले अधिकांश देशों की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषक वर्ग के अंतर्गत आता है, जिनकी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जाना वर्तमान ऊर्जा संसाधनों से संभव नहीं है।
- सौर ऊर्जा संसाधन के मामले में समृद्ध देशों में सार्वभौमिक ऊर्जा पहुँच की अनुपस्थिति के कारण ऊर्जा की वहनीयता और आवश्यक मात्र की प्राप्ति एक सामान्य समस्या है, जिसका ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 ग्लोबल वार्मिंग का नौकरियों पर प्रभाव
- 2 समुद्री जलस्तर में वृद्धि पर पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय की रिपोर्ट
- 3 वनस्पतियों तथा जंतुओं की 596 नई प्रजातियां
- 4 ग्रेट इंडियन बस्टर्ड व लेसर फ्रलोरिकन की सुरक्षा हेतु समिति गठित
- 5 गहरे समुद्री ऽनन के चलते लुप्तप्रायः स्केली-फुट स्नेल
- 6 भारत में बाघों की स्थिति, 2018
- 7 ब्लू फ्रलैग प्रमाणन