​विकसित भारत स्वस्थ भारत का संकल्प पूरा करता ICMR

  • वर्ष 1897 में सर्जन मेजर रोनॉल्ड रॉस ने हैदराबाद-सिकंदराबाद में कार्य करते हुए सिद्ध किया कि मादा एनॉफिलीज मच्छर के द्वारा मलेरिया का संचरण होता है।
  • इसके लिए इन्हें वर्ष 1902 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था।
  • वर्ष 1899 में हॉफकिन ने प्लेग के विरुद्ध रोग-निरोधी टीके का विकास किया था।
  • वर्ष 1903 में चार्ल्स डोनोवान ने कालाजार परजीवी की खोज की थी।
  • वर्ष 1900 में बैक्टीरियोलॉजिकल डिपार्टमेंट ऑफ़ इंडिया की स्थापना के साथ संगठित स्वास्थ्य अनुसंधान की शुरुआत हुई।
  • वर्ष 1918 में कुन्नूर में पोषण अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई।
  • वर्ष 1951 में स्थापित विषाणु अनुसंधान केंद्र (NIV) के द्वारा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पत्रिका सार