भारत और अमेरिका ने अंतरिक्ष सहयोग के क्षेत्र में आगे बढ़ने पर सहमति व्यक्त की है। दोनों देशों के मध्य अंतरिक्ष सहयोग के मार्ग में सीमितकारी कारकों की चर्चा करते हुए समाधान के उपाय बताएं।

उत्तरः भारत एवं संयुक्त राज्य अमेरिका ने ‘महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर पहल’ के तहत मानव अंतरिक्ष अन्वेषण एवं वाणिज्यिक अंतरिक्ष साझेदारी सहित अनेक क्षेत्रों में अंतरिक्ष सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्ति की है।

सहयोग के मार्ग में सीमितकारी कारक

  • बेमेल महत्वाकांक्षाएं: भारत का लक्ष्य पृथ्वी की निचली कक्षा में क्षमताओं का निर्माण करना है। किंतु, अमेरिका की महत्वाकांक्षा चंद्रमा एवं अन्य अंतरिक्ष पिंडो पर अनुसंधान गतिविधियां जारी रखने की है।
  • क्षमताओं में विषमताः अंतरिक्ष क्षेत्र में व्यापक उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद भारत के पास अंतरिक्ष में पंजीकृत उपग्रहों की संख्या अमेरिका से काफी कम है।
  • निजी क्षेत्र का ....

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