वर्तमान शहरीकरण महिलाओं के लिए दो-धारी तलवार के समान है। शहरों में महिलाओं के समक्ष व्याप्त चुनौतियों की चर्चा करते हुए उन्हें दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए?

उत्तर: शहरी केंद्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2050 तक विश्व की दो-तिहाई आबादी के शहरों में निवास करेगी, किंतु विकास के दीर्घकालिक दृष्टिकोणों में महिलाओं की आवश्यकताएं शामिल दिखाई नहीं दे रही हैं।

आधुनिक शहरीकरण में महिलाओं के समक्ष चुनौतियां

  • अनियमित योजनाः आधुनिक शहरों की योजना मुख्य रूप से पुरुषों द्वारा और पुरुषों के लिए बनाई गई है, इसमें महिलाओं की जरूरतों को दरकिनार किया जाता है।
  • पितृसत्तात्मक दृष्टिकोणः इसके कारण पुरुषों एवं महिलाओं के मध्य शक्तियों तथा अधिकारों के वितरण के संदर्भ में व्यापक अंतर दिखाई देता है।
  • सुविधाओं का ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रश्न पत्र