भारत की संसदीय संरचना में राज्य सभा को प्रायः एक गौण सदन माना जाता है। आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

उत्तर: भारतीय संसद के उच्च सदन, राज्य सभा की स्थापना संघीय ढाँचे में राज्यों का प्रतिनिधित्व करने और कानूनों पर पुनर्विचार करने के लिए की गई थी। हालाँकि, वित्तीय मामलों और सरकारी जवाबदेही में इसकी सीमित भूमिका के कारण इसे अक्सर "द्वितीयक" कहा जाता है।

राज्य सभा को 'द्वितीयक सदन' क्यों माना जाता है?

  • धन और वित्त विधेयक: यह धन विधेयक प्रस्तुत या संशोधित नहीं कर सकता, और केवल सिफारिशें कर सकता है। उदाहरण के लिए, आधार अधिनियम को राज्य सभा को दरकिनार करते हुए धन विधेयक के रूप में पारित किया गया था।
  • बजटीय नियंत्रण: अनुदान की मांगों ....
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