भारतीय युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियाँ केवल व्यक्तिगत संघर्ष नहीं हैं, बल्कि प्रणालीगत विकासात्मक अंतराल के संकेतक हैं। परीक्षण कीजिए।

उत्तर: भारतीय युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियाँ आज एक गंभीर सामाजिक और विकासात्मक मुद्दा बन चुकी हैं। इसे केवल व्यक्तिगत संघर्ष मानना एक अधूरा दृष्टिकोण होगा, क्योंकि इसके पीछे गहरे प्रणालीगत कारण विद्यमान हैं।

  • जैसा कि आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 और विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों में उजागर किया गया है, अगर युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं दी गई, तो भारत का जनसांख्यिकीय लाभांश खतरे में पड़ सकता है। इसके लिए इस संकट की जड़ों और उससे निपटने के उपायों की बहुआयामी जाँच ज़रूरी है।

व्यक्तिगत संघर्ष और प्रणालीगत विकासात्मक अंतराल के संकेतक के रूप में मानसिक स्वास्थ्य ....

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