जल मार्ग विकास परियोजना (JMVP)

वर्ल्ड बैंक के साथ मिलकर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (जहाजरानी मंत्रालय) द्वारा राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW) पर नौवहन की क्षमता वृद्धि के लिए जलमार्ग विकास परियोजना (JMVP) कार्यान्वित की जा रही है। यह परियोजना देश में लॉजिस्टिक लागत को कम करने के साथ ही परिवहन की एक वैकल्पिक प्रणाली प्रदान करेगी, जो पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी होगी। मार्च, 2023 तक परियोजना के पूरा होने की संभावना है।

  • इस परियोजना में नेविगेशन सहायता के प्रावधानों के माध्यम से 2.2 मीटर से 3 मीटर की न्यूनतम अनुमानित गहराई और 45 मीटर की निचली चैनल चौड़ाई तथा तट सुरक्षा कार्यों के विकास की परिकल्पना की गई है।
  • केंद्रीय बजट 2019 के अनुसार JMVP के तहत साहिबगंज और हल्दिया में मल्टी मोडल टर्मिनलों एवं 2019-20 तक फरक्का में एक नौवहन लॉक के माध्यम से गंगा की नौवहन क्षमता को बढ़ाया जाएगा। परियोजना में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल को शामिल किया गया है।
  • इस परियोजना का प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं -
  • JMVP विशेष रूप से थोक माल, जोखिम वाली वस्तुएं और बहु-आयामी कार्गो के लिए पर्यावरण अनुकूल, ईंधन-कुशल तथा परिवहन के प्रभावी एवं वैकल्पिक साधन प्रदान करेगा।
  • इस परियोजना में बेहतर सामाजिक-आर्थिक और रोजगार सृजन को प्रोत्साहन देने की क्षमता है।
  • यह परियोजना देश में लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में योगदान करेगी।
  • यह मल्टी-मॉडल और इंटर-मॉडल टर्मिनलों जैसे रोल ऑन - रोल ऑफ (रो-रो) सुविधाओं, नौका सेवाओं, नेविगेशन सहायता जैसे विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा देगा।