नभ (NABH)

सरकार ने केंद्रीय बजट 2018-19 में नभ (NABH- NextGen Airports for Bharat) योजना की घोषणा की। इसके तहत एक साल में एक अरब यात्रियों को संभालने के लिए हवाई अड्डे की क्षमता को पांच गुना से अधिक विस्तार करना है। हवाई अड्डे की क्षमता उन्नयन और विस्तार के लिए नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास और मौजूदा ब्राउनफील्ड हवाई अड्डों के विस्तार की आवश्यकता है।

  • नभ निर्माण के तीन प्रमुख पहलू हैं-(1) निष्पक्ष और न्यायसंगत भूमि अधिग्रहण, (2) हवाई अड्डे और क्षेत्रीय विकास के लिए दीर्घकालिक मास्टर प्लान और (3) सभी हितधारकों के लिए संतुलित हित साधन। UDAN योजना यात्री सुविधाओं में सुधार, कार्गो हैंडलिंग सुविधाओं को बढ़ावा देना और 56 नए हवाई अड्डों का संचालन से क्षेत्रीय संपर्क और यात्री सेवाओं को बेहतर बनाने पर काम कर रहा है।
  • नभ योजना के लिए मुख्य मुद्दा भारत सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति है, 2015 में संशोधन के बाद स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है; क्योंकि भूमि अधिग्रहण की यह प्रक्रियास्थानीय किसानों और निवासियों को बेदखल कर देती है, इसलिए ऐसी किसी भी परियोजना के लिए सरकार को स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए।
  • योजना की मुख्य चुनौती न केवल भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास, बल्कि क्षेत्रीय विकास भी है। इसलिए सरकार को स्थानीय निवासियों व स्थानीय प्रशासन की मदद से इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाना चाहिए।

निष्कर्ष

भारतीय विमानन उद्योग में बड़े पैमाने पर विकास के अवसरों की काफी संभावना है। देश की अधिकांश आबादी के लिए हवाई परिवहन अभी भी महंगा है, जिसमें से लगभग 40 प्रतिशत से अधिक गतिशील मध्य वर्ग हैं। इनके हितधारकों को भारत के नागरिक उड्डयन उद्योग को बढ़ावा देने वाले कुशल और तर्कसंगत निर्णयों को लागू करने के लिए नीति निर्माताओं के साथ सहयोग करना चाहिए।

  • उचित नीतियों, गुणवत्ता, लागत एवं यात्री हितों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है; ताकि भारत 2020 तक विश्व का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।