राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति-2018 में संशोधन
18 मई, 2022 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जैष्ट्रीय जैव-ईंधन नीति- 2018 में संशोधन को मंजूरी दी।
मुख्य संशोधन: जैव-ईंधन के उत्पादन के लिये अधिक फीडस्टॉक्स को मंजूरी।
- पेट्रोल में एथेनॉल के 20% सम्मिश्रण के लक्ष्य को पूर्व-निर्धारित समय सीमा 2030 से पांच साल पहले यानी 2025-26 तक पूरा करना।
- विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड)/निर्यात उन्मुख इकाइयों (ईओयू) में स्थित इकाइयों द्वारा मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत देश में जैव ईंधन के उत्पादन को बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति (एनबीसीसी) में नए सदस्यों को शामिल करना।
- विशिष्ट मामलों में जैव ईंधन के निर्यात की अनुमति देना।
- राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति की बैठकों के दौरान लिए गए निर्णयों के अनुरूप नीति में कतिपय वाक्यों को काटना/संशोधित करना।
GK फैक्ट
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आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 जेएनपीटी को जोड़ने वाली सड़क संपर्क परियोजनाएं
- 3 नेशनल ओपन एक्सेस रजिस्ट्री
- 4 कोयला गैसीकरण
- 5 ग्लूटेन-मुक्त मिलेट उत्पाद
- 6 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयां
- 7 अंडमान को मिलेगा गैस आधारित बिजली संयंत्र
- 8 प्लास्टइंडिया 2023
- 9 नैनी कोयला खदान
- 10 पहला खादी उत्कृष्टता केंद्र
- 11 ओएनजीसी ने किया इंडियन गैस एक्सचेंज पर घरेलू गैस का व्यापार
- 12 सोने के आयात के लिए आरबीआई दिशा-निर्देश
- 13 केंद्र सरकार ने लगाया गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध
- 14 2021-22 के लिए प्रमुख फसलों के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान
- 15 सरकार को अधिशेष अंतरण को आरबीआई की मंजूरी
- 16 भारत ने दर्ज किया अब तक का सर्वाधिक वार्षिक एफडीआई प्रवाह