पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री

सीपीएन-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ 25 दिसम्बर, 2022 को तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने (26 दिसंबर) को पीएम पद की शपथ दिलाई।

रोटेशन के आधार पर प्रचंड और ओली बनेंगे प्रधानमंत्री

  • रोटेशन के आधार पर सरकार का नेतृत्व करने के लिए प्रचंड और ओली के बीच समझौता हुआ है।
  • ढाई साल के लिए प्रचंड पीएम होंगे और उसके बाद ढाई साल के लिए ओली प्रधानमंत्री बनेंगे।
  • नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 76(4) के मुताबिक 30 दिन के भीतर निचले सदन में विश्वास मत साबित करना होगा।

प्रचंड को इन पार्टियों का मिला समर्थन

  • नए गठबंधन को 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 165 सांसदों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें सीपीएन-यूएमएल को 78, सीपीएन-एमसी को 32, आरएसपी को 20, आरपीपी को 14, जेएसपी को 12, जनमत को 6 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी को 3 वोट मिले हैं।
  • हाल ही में हुए आम चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिला था।
  • राष्ट्रपति ने प्रतिनिधि सभा के वैसे किसी भी सदस्य को प्रधानमंत्री पद का दावा पेश करने के लिए आमंत्रित किया था, जो संविधान के अनुच्छेद 76(2) में निर्धारित दो या दो से अधिक दलों के समर्थन से बहुमत प्राप्त कर सकता हो।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’

  • पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं।
  • पहली बार वे 2008 से 2009 और दूसरी बार 2016 से 2017 तक इस पद पर रह चुके हैं।
  • वे नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सशस्त्र अंग और जनमुक्ति सेना के शीर्ष नेता हैं।
  • प्रचंड को संविधान के अनुच्छेद 76(2) के अनुसार देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है।

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