इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRUA) ने वर्ष 2021 में 19000 उड़ान घंटों का एक नया रिकॉर्ड बनाया है।

महत्वपूर्ण तथ्य: वर्ष 2021 के दौरान, IGRUA ने पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रति वर्ष औसतन 15000 उड़ान घंटों के मुकाबले 19000 घंटे की उड़ान भरी, जबकि 2020 में यह 11641 उड़ान घंटे थी।

  • 2021 में महामारी के निरंतर प्रभाव और ताउते चक्रवात के कारण खराब मौसम की स्थिति के बावजूद IGRUA ने 19000 उड़ान घंटे की यह उपलब्धि हासिल की।
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRUA) की स्थापना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1986 में फुरसतगंज एयरफील्ड में की गई थी, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में है।
  • IGRUA सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत स्थापित एक स्वायत्त निकाय है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव की पदेन अध्यक्षता के तहत एक शासी परिषद द्वारा प्रशासित है।

इस माह के चर्चित संस्थान एवं संगठन

भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड

9 फरवरी, 2022 को रवि मित्तल ने नई दिल्ली में भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड (Insolvency and Bankruptcy Board of India: IBBI) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया।

  • भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड की स्थापना 1 अक्टूबर, 2016 को दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के तहत की गई थी। यह एक अनूठा नियामक है, जो पेशे के साथ-साथ प्रक्रियाओं को भी नियंत्रित करता है। यह दिवाला पेशेवरों, दिवाला व्यावसायिक एजेंसियों, दिवाला व्यावसायिक संस्थाओं और सूचना उपयोगिताओं की देखरेख के लिए एक नियामक है। यह संहिता देश में तनावग्रस्त परिसंपत्तियों के समाधान की प्रक्रिया को तेज करेगा। डॉ. नवरंग सैनी, डॉ. मुकुलिता विजयवर्गीय और सुधाकर शुक्ला वर्तमान में IBBI के पूर्णकालिक सदस्य हैं। आईबीबीआई में 10 सदस्य हैं, जिनमें वित्त, कानून और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालयों और भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसके प्रथम पूर्णकालिक अध्यक्ष (2016-2021) डॉ. एम एस साहू थे। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

भारतीय प्रतिभूति मुद्रण और मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (Security Printing and Minting Corporation of India Limited)

भारतीय प्रतिभूति मुद्रण और मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (Security Printing and Minting Corporation of India Limited: SPMCIL) ने 10 फरवरी, 2022 को अपना 17वां स्थापना दिवस कार्यक्रम डिजिटल मोड के माध्यम से मनाया।

  • SPMCIL, भारत सरकार की एक पूर्ण स्वामित्व वाली अनुसूची 'ए' मिनीरत्न श्रेणी- I कंपनी है, जिसे 2006 में निगमित किया गया था। SPMCIL का पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली में है। यह मुद्रा और बैंकनोट, प्रतिभूति पत्र, गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर, डाक टिकट और स्टेशनरी; यात्रा दस्तावेज जैसे- पासपोर्ट और वीजा; सुरक्षा प्रमाण पत्र, चेक, बॉन्ड, वारंट, सुरक्षा सुविधाओं के साथ विशेष प्रमाण पत्र; स्मारक सिक्के, पदक, सोने, चांदी का शोधन और कीमती धातुओं की परख आदि का निर्माण/उत्पादन करता है। इसमें नौ उत्पादन इकाइयां शामिल हैं- मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और नोएडा में चार टकसाल; देवास और नासिक में 2 करेंसी नोट प्रेस; नासिक और हैदराबाद में 2 प्रतिभूति मुद्रण प्रेस; और नर्मदापुरम (मध्य प्रदेश) में एक सिक्योरिटी पेपर मिल।

आर्थिक परिदृश्य