एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा

27 सितंबर, 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की एकीकृत क्रायोजेनिक इंजन निर्माण सुविधा का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के उपग्रह प्रक्षेपण में किया जाता है।
  • भारत ने 5 जनवरी, 2014 को क्रायोजेनिक इंजन के साथ GSLV-D5 को सफलतापूर्वक उड़ान भरी और इसके साथ ही क्रायोजेनिक इंजन विकसित करने वाला छठा देश बन गया।
  • इसकी जटिल प्रकृति के कारण वर्तमान में अमेरिका, फ्रांस, जापान, चीन और रूस तथा भारत ने ही तकनीक में महारत हासिल की है।
  • इसी दौरान जोनल इंस्टीटड्ढूट ऑफ वायरोलॉजी (दक्षिण क्षेत्र) का भी आभासी रूप से शिलान्यास किया गया।