संक्षिप्त सामयिकी

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (ARIES) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की के छात्र जल्द ही संयुक्त पीएचडी कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे।
  • भारत सरकार के खान मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से 20 से 22 मार्च, 2022 तक भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के तकनीकी और वैज्ञानिक समर्थन के साथ '36वीं अंतरराष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस' का आयोजन किया गया। भारत ने 'जियोसाइंसेज: द बेसिक साइंस फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर' (Geosciences: The Basic Science for a Sustainable Future) विषय के साथ वर्चुअल प्रारूप में इस कार्यक्रम की मेजबानी की।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज संयुक्त रूप से 'औद्योगिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता में एम टेक कार्यक्रम' शुरू कर रहे हैं।
  • केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार भारत और कनाडा के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संबंधित गतिविधियों के लिए समर्पित भारत-कनाडा द्विपक्षीय केंद्र स्थापित किया जाएगा।
  • भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर ने भविष्य में कोविड -19 और ऐसे अन्य संक्रमणों के प्रसार की निगरानी और नियंत्रण के लिए 'आईआईटी कानपुर - सीआईआई जोखिम निगरानी केंद्र' (IIT Kanpur - CII Risk Surveillance Centre) शुरू करने के लिए साझेदारी की है।
  • संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली में ‘एनआईसी टेक कॉन्क्लेव’ के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा इसका आयोजन 3-4 मार्च, 2022 को किया गया। इस वर्ष टेक कॉन्क्लेव का विषय 'डिजिटल सरकार के लिए अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी' (Next-Gen Technologies for Digital Government) था।
  • नैनो विज्ञान और नैनो-प्रौद्योगिकी पर केन्द्रित 'बेंगलुरू इंडिया नैनो' (Bengaluru India Nano) का 12वां संस्करण 'सतत भविष्य के लिए नैनोटेक' (Nanotech for Sustainable Future) विषय के साथ 7 से 9 मार्च तक आयोजित किया गया।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद ने एक इंटरनेट ऑफ थिंग्स सक्षम स्मार्ट आईसीयू वेंटिलेटर 'जीवन लाइट' (Jeevan Lite) विकसित किया है।
  • बायोकॉन और बायोकॉन बायोलॉजिक्स की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ को 'द रॉयल सोसाइटी ऑफ एडिनबर्ग' (RSE) के फेलो के रूप में चुना गया है। RSE, स्कॉटलैंड की राष्ट्रीय अकादमी है, जिसे सीखने और उपयोगी ज्ञान-वर्धन के लिए 1783 में स्थापित किया गया था।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास ने 19 मार्च को मानव मस्तिष्क डेटा उत्पन्न करने और अध्ययन करने के लिए एक केंद्र का शुभारंभ किया है। केंद्र हाई-रिजॉल्यूशन ब्रेन इमेजिंग (high-resolution brain imaging) पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रहा है। इस केंद्र का नाम 'सुधा गोपालकृष्णन ब्रेन सेंटर' (Sudha Gopalakrishnan Brain Centre) है।
  • नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खड़गपुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर ‘परम शक्ति’ को राष्ट्र को समर्पित किया गया। इस राष्ट्रीय सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा केंद्र का लोकार्पण 27 मार्च को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने किया।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी