उत्तर प्रदेश

वाराणसी सार्वजनिक परिवहन में रोपवे सेवा शुरू करने वाला पहला भारतीय शहर बन जाएगा

वाराणसी जल्द ही सार्वजनिक परिवहन में रोपवे सेवाओं का उपयोग करने वाला पहला भारतीय शहर बन जाएगा।

  • सार्वजनिक परिवहन रोपवे कैंट रेलवे स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) से चर्च स्क्वायर (गोदौलिया) तक यातायात की भीड़ को कम करने के लिए बनाया जाना प्रस्तावित है।
  • सार्वजनिक परिवहन के लिए रोपवे का उपयोग करने वाला बोलीविया और मैक्सिको सिटी के बाद भारत दुनिया का तीसरा देश होगा और वाराणसी पहला शहर होगा।
  • इस पायलट प्रोजेक्ट को जापान में क्योटो की तर्ज पर अत्याधुनिक तरीके से विकसित किया जा रहा है। रोपवे से महज 15 मिनट में 4.2 किमी. का सफर तय किया जा सकेगा।
  • परियोजना की लागत 424 करोड़ रुपये है, जिसे केंद्र और राज्य सरकार के बीच 80:20 मे विभाजित किया जाएगा।

रटौल आम को मिला जीआई टैग

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में उगाए जाने वाले प्रसिद्ध ‘रटौल आम’ को 13 अक्टूबर, 2021को भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग प्रदान किया गया है।

  • आम का नाम रटौल गाँव के नाम से लिया गया है, जहाँ इसकी उत्पत्ति हुई थी। अपनी विशेष सुगंध और स्वाद के लिए लोकप्रिय, इस आम को पाकिस्तान द्वारा अपनी मूल उपज के रूप में भी दावा किया जाता है।
  • रटौल के आम मध्यम आकार के होते हैं, जिनका वजन औसतन लगभग 140-220 ग्राम होता है।
  • रटौल किस्म के आम को अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में 5.5-7.5 पीएच (pH) मान के साथ रेतीली और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से उगाया जाता है।
  • रटौल आम उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की तहसील खेकड़ा की रतौल, शेखपुरी, विनयपुर, मुबारिकपुर, तिगरी और लहछोड़ा में लगभग 85 हेक्टेयर भूमि में उगाया जाता है।