भारत के भेड़ियों पर एक नया अध्ययन
देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान के एक नए अध्ययन के अनुसार भारत में मात्र 3,100 भेड़िये रह गए हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: भेड़ियों की इतनी कम आबादी उन्हें लगभग बाघों के समान संकटग्रस्त (endangered) बनाती है, जिनकी अनुमानित आबादी देश में लगभग 2,967 है।
- बाघ और भेड़िये दोनों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की "अनुसूची I" के तहत 'संकटग्रस्त' (endangered) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- भेड़ियों की अधिकतम आबादी वर्तमान में मध्य प्रदेश (772) में है, इसके बाद राजस्थान (532), गुजरात (494), महाराष्ट्र (396) और छत्तीसगढ़ (320) का स्थान है।
- आवास को नुकसान इस प्रजाति के लिए प्रमुख खतरा है। भारतीय भेड़िये के संरक्षण के लिए कोई भी समर्पित वन्यजीव अभयारण्य नहीं है।
- हाल के अध्ययन से पता चलता है कि देश में 5% से कम खुले प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र संरक्षित हैं। भेड़िया, बाघ के विपरीत, जंगलों का प्राणी नहीं है। इसके लिए विशाल क्षेत्रों की आवश्यकता होती है।
- भेड़ियों को संरक्षित करने के लिए, वैज्ञानिकों का सुझाव है कि 'आबादी' पर निगरानी रखी जाए। यदि आबादी में गिरावट आती है, तो समयबद्ध रूप से साइट-विशिष्ट खतरों की पहचान की जानी चाहिए।
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