ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2022

13 जुलाई, 2022 को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) द्वारा कुल 146 देशों के लिए ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2022 जारी की गई।

महत्वपूर्ण तथ्यः ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2022 में भारत को 146 देशों में 135वें स्थान पर रखा गया है। यद्यपि 2021 में भारत का स्थान 156 देशों में से 140वां था।

  • 2022 में, भारत का समग्र स्कोर 2021 में 0.625 से बढ़कर 2022 में 0.629 हो गया है।
  • ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2022 में आइसलैंड को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है। उसके बाद फिनलैंड, नॉर्वे, न्यूजीलैंड और स्वीडन का स्थान है।
  • राजनीतिक अधिकारिता के मामले में भारत की रैंक 146 देशों में से 48वीं है। आर्थिक भागीदारी और अवसर के मामले में भारत 146 देशों में से 143 वें स्थान पर है। शैक्षिक प्राप्ति के मामले में भारत 146 देशों में से 107वें स्थान पर है।
  • स्वास्थ्य और उत्तरजीविता के मामले में भारत सभी देशों में अंतिम (146वें) स्थान पर है।
  • रिपोर्ट में भारत के पड़ोसी देशों की रैंकिंग-बांग्लादेश (71), नेपाल (96), श्रीलंका (110), मालदीव (117) और भूटान (126) जबकि दक्षिण एशिया में ईरान (143), पाकिस्तान (145) और अफगानिस्तान (146) का प्रदर्शन भारत से भी खराब है।

शीर्ष 5 प्रमुख देश

रैंक

देश

1

आइसलैंड

2

फिनलैंड

3

नॉर्वे

4

न्यूजीलैंड

5

स्वीडन

ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट

  • ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट को पहली बार 2006 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा जारी किया गया था। तब से यह प्रति वर्ष वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा जारी किया जाता है।
  • ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स समय के साथ लिंग अंतर को कम करने की दिशा में प्रगति को ट्रैक करके लैंगिक समानता को मापने के लिए डिजाइन किया गया एक सूचकांक है।
  • ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स आर्थिक भागीदारी और अवसर, शिक्षा प्राप्ति, स्वास्थ्य और उत्तरजीविता और राजनीतिक अधिकारिता वाले 4 प्रमुऽ आयामों के साथ लैंगिक समानता की दिशा में देशों की प्रगति को बेंचमार्क करता है।

रिपोर्ट एवं सूचकांक