आक्रामक विदेशी पौधा प्रजाति का प्रबंधन
- आक्रामक खरपतवार हमारी जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा हैं। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के विट्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने आक्रामक विदेशी पौधा प्रजाति (Invasive alien plant specie-IAPS) के प्रबंधन का मार्गदर्शन करने के लिए विश्व का पहला ढांचा (framework) बनाया है।
- शोध के अनुसार, आक्रामक प्रजातियां दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था को आग से होने वाले नुकसान, व्यवहार्य भूमि के नुकसान और जल की कमी का कारण बनती हैं।
- शोधकर्ता दक्षिण अफ्रीकी आक्रामक पौधा प्रजातियों के एटलस के साथ विस्तृत आकड़ों के विश्लेषण के बाद एक ढांचे पर पहुंचे हैं।
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 नेपाल इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) में शामिल
- 2 गृह (GRIHA-Green Rating for Integrated Habitat Assessment) रेटिंग
- 3 हाल ही में चर्चा में रही महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 5 “कोल्ड पूल” का समुद्र की सतह पर प्रभाव
- 6 भारत की ब्लू इकॉनमी का रूपांतरणः निवेश, नवाचार एवं सतत विकास
- 7 भारत का प्रथम ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र
- 8 एनवायर्नमेंटल डीएनए (eDNA)
- 9 राइजोटोप प्रोजेक्ट
- 10 लाइकेन की नयी प्रजाति “एलोग्राफ़ा इफ्यूसोरेडिक”
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 कावेरी डेल्टा संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित
- 2 भारत के पक्षियों की स्थिति रिपोर्ट 2020
- 3 अन्टार्कटिका में 20 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज
- 4 शीत-रक्त प्रजातियों की जीवन प्रत्याशा
- 5 भूमि संरक्षण एवं प्रजातियों की विलुप्ति पर अध्ययन
- 6 डब्ल्यूडब्ल्यूएफ द्वारा ग्लोबल फ्यूचर्स रिपोर्ट जारी
- 7 केरल सीएफएल पर प्रतिबंध लगाएगा
- 8 कीटनाशकों का पर्यावरण पर प्रभाव
- 9 राष्ट्रीय तटीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और लचीलापन सम्मेलन-2020