ग्रेटर मालदीव रिज का विवर्तनिक विकास
हाल ही में मुंबई स्थित भारतीय भू-चुंबकत्व संस्थान के शोधकर्ताओं ने ग्रेटर मालदीव रिज (GMR) के विवर्तनिक विकास का पता लगाया है। ग्रेटर मालदीव रिज (जीएमआर) भारत के दक्षिण-पश्चिम (पश्चिमी हिंद महासागर) में स्थित है तथा इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूगतिकीय (जियोडायनैमिक) विशेषताएं हैं|
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष
- मोहोरोविसिक असंबद्धता, मालदीव रिज (एमआर) खंड पर गहरी है। ‘मोहोरोविसिक असंबद्धता’ (Mohorovicic Discontinuity), या ‘मोहो’ (Moho) क्रस्ट और मेंटल के बीच की सीमा होती है।
- मालदीव रिज संभवतः प्रकृति में समुद्री (oceanic) हो सकती है| इसकी अंडरप्लेटेड सामग्री (underplated materials) रीयूनियन हॉटस्पॉट ज्वालामुखी से सम्बद्ध हो सकती है|
- मालदीव रिज का गठन मध्य-महासागरीय ....
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