गैलापैगोस द्वीप समूह
अक्टूबर 2022 में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया है कि ठंडी महासागरीय धाराओं ने गैलापैगोस द्वीप समूह की ग्लोबल वार्मिंग से सुरक्षा की है।
- दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप से लगभग 1,000 किमी. दूर प्रशांत महासागर में स्थित तथा लगभग 60,000 वर्ग किमी. में विस्तृत गैलापैगोस द्वीप समूह इक्वाडोर का भाग है।
- इक्वाडोर ने वर्ष 1935 में गैलापैगोस को वन्यजीव अभयारण्य तथा वर्ष 1959 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया था। वर्ष 1978 में यह द्वीप यूनेस्को का पहला विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ब्रांडेड दवाओं पर अमेरिका ने लगाया 100% टैरिफ
- 2 व्यवसायों के अंतरराष्ट्रीय संदर्भ वर्गीकरण हेतु भारत-आईएलओ साझेदारी
- 3 OPEC+ के प्रमुख देशों द्वारा तेल उत्पादन में वृद्धि का निर्णय
- 4 अल्बानिया में AI मंत्री की नियुक्ति
- 5 कोस्ट गार्ड ग्लोबल समिट 2025
- 6 कतर में अब स्वीकार होगा UPI भुगतान
- 7 UPI–UPU इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट का अनावरण
- 8 भारत और इज़राइल द्वारा द्विपक्षीय निवेश समझौते पर हस्ताक्षर
- 9 ब्रिक्स देशों का विशेष वर्चुअल शिखर सम्मेलन
- 10 नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का नया अध्याय

- 1 नदी परियोजनाएं तथा भारत-नेपाल संबंध
- 2 यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक क्लीन एनर्जी पार्टनरशिप
- 3 भारत-यूनाइटेड किंगडम संयुक्त कार्य समूह
- 4 रूस एवं यूरोप के संदर्भ में नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन का महत्व
- 5 संयुक्त व्यापक कार्ययोजना तथा भारत
- 6 कर्च जलडमरूमध्य
- 7 दूसरा भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद
- 8 G20 के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों की बैठक
- 9 कोरियाई संघर्ष तथा भारत की स्थिति
- 10 चीन के शिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकार की स्थिति पर मतदान
- 11 ओपेक+ समूह के निर्णयों का वैश्विक तेल उपलब्धता पर प्रभाव
- 12 सुरक्षा परिषद की सूची 1267 पर चीन का विरोध
- 13 संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक बल तथा भारत