भारतीय एयर कंडीशनर द्वारा जलवायु जोखिम
- 12-13 नवंबर, 2018 को नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय ‘ग्लोबल कूलिंग इनोवेशन समिट’ (Global Cooling Innovation Summit) के दौरान जारी रिपोर्ट ‘ग्लोबल कूलिंग चैलेंज-2018’ (Global Cooling Challenge-2018) के अनुसार भारतीय एयर कंडीशनर द्वारा काफी मात्र में जलवायु जोिखम होगा। यह रिपोर्ट अमेरिका स्थित रॉकी माउंटेन संस्थान द्वारा तैयार की गई।
उद्देश्य
- तकनीकी समाधान द्वारा एयर कंडीशनिंग इकाइयों का 75% कम बिजली प्रयोग करना और जलवायु प्रभाव में 5 गुना कमी करना।
पृष्ठभूमि
- हाइड्रोफ्रलोरो कार्बन (HFCs) गैसों का मुख्य रूप से घरों में प्रशीतकों (Refrigerant) और कार एयर कंडीशनर में उपयोग किया जाता है, जो वैश्विक तापन में अधिक योगदान ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ELSA 3 जहाज के डूबने से हुए भारी पारिस्थितिक नुकसान
- 2 स्मॉग ईटिंग टेक्नोलॉजी
- 3 स्वेल वेव्स से भारत की रक्षा करने में टियरड्रॉप द्वीप की भूमिका
- 4 भारतीय नदियों में प्रदूषित नदी खंडों की संख्या में सुधार
- 5 एक विशाल अपतटीय जलभृत (Aquifer Offshore) की खोज
- 6 हाल ही में चर्चा में रहीं महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 7 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 8 बाघों के स्थानांतरण को मंजूरी
- 9 तमिलनाडु कोस्टल रिस्टोरेशन मिशन (TN-SHORE)
- 10 भारत का पहला विज्ञान-आधाारित, समुदाय-नेतृत्व वाला उन्मूलन अभियान